सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 11 जनवरी। वनपरिक्षेत्र लखनपुर में इन दिनों लकड़ी तस्करों और ग्रामीणों के द्वारा बेखौफ होकर पेड़ों की अवैध कटाई कर रात के अंधेरे में पिकअप, मोटरसाइकिल सहित अन्य वाहनों से इमारती लकड़ी का परिवहन कर जिले के लकड़ी मिल और निर्माणाधीन मकान में खपाया जा रहा है और मोटी कमाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण कब्जे की नीयत से सैकड़ों पेड़ों की कटाई कर अवैध रूप से वन भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हंै।
लखनपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत कटिंदा सर्कल के आमापानी, बेंदोंपानी, चुराइल घोडग़ा, बीड़ा पखना, महुआ भवना, लाल बोदर, रपटा पानी,सागौन प्लांटेशन,घंटा दुगु सहित अन्य वन परीक्षेत्र में बड़ी संख्या में ग्रामीणों और तस्करों द्वारा आधुनिक मशीनों से विशालकाय पेड़ों की कटाई का रात के अंधेरे में वाहनों में लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं। साथ ही जंगलों में पेड़ों की कटाई के बाद ग्रामीणों के द्वारा कब्जा भी किया जा रहा है।लखनपुर वन परिक्षेत्र में स्थित बड़े-बड़े जंगल आज ठूंठ में तब्दील हो चुके हैं और वन भूमियों पर ग्रामीणों के द्वारा कब्जा कर मकान बना लिया जा रहा है।
वनरक्षक आवास खंडहर में तब्दील
लखनपुर वन पर क्षेत्र अंतर्गत कटिंदा सर्कल, रेमहला,अर्गोटी सर्कल सहित अन्य स्थानों में वनरक्षक आवास खंडहर में तब्दील होते जा रहे हैं क्योंकि इन आवासों में वन कर्मचारी निवास नहीं करते हैं।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने लखनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी मेरी लिली लकड़ा से फोन से संपर्क करना चाहा, परंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका।