सरगुजा

क्रिसमस पर महा गिरजाघर में विशेष प्रार्थना सभा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,25 दिसंंबर। प्रभु यीशु के जन्मदिन क्रिसमस के शुभ अवसर पर अंबिकापुर के नवापारा स्थित महा गिरजाघर में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। रात 10 बजे से समस्त धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ हुए, जो देर रात तक चले । रात्रि 12 बजे बालक यीशु के जन्म के साथ ही चर्च के घंटे बज उठे और आतिशबाजी शुरू हो गई। चरनी आशीष के साथ धार्मिक अनुष्ठान की शुरुवात हुई। सरगुजा धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप डॉ. अंतोनीस बड़ा की अगुवाई में फादर जार्ज ग्रे कुजूर व फादर कल्याण के साथ समस्त धार्मिक अनुष्ठान मिस्सा पूजा सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर समुदाय को संबोधित करते हुए अपने संदेश में बिशप डॉ. अंतोनिस बड़ा ने कहा कि पाप के फल से मनुष्य की मुक्ति प्रभु यीशु के मानव अवतार का पहला मकसद था। यीशु के आगमन को दो हजार वर्षों से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन आज भी दुनिया के कई देशों में परिस्थितियां ईश्वरीय सोच के अनुकूल नहीं है। विश्व के कई क्षेत्रों में हिंसा, घृणा, युद्ध और तानाशाही का बोलबाला है। रूस व यूक्रेन के लोग खुद को यीशु के अनुनायी मानते हैं, लेकिन उनके अंदर का स्वार्थ उन्हें ईश्वरीय छवि से दूर कर दिया है, दूसरी तरफ इजराइल फिलिस्तीन के बीच युद्ध के कारण मानवता वहां कराह रही हैष अब तक 45000 से ज्यादा लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं। यीशु का शांति का संदेश इजराइल व फिलिस्तीन की जनता के साथ साथ दुनिया के कई देशों में अर्थहीन हो चुका है और ये देश और समाज दुश्मनी व घृणा के अंधकार में डूब चुके हैं। सुसमाचार का वाचन फ़ादर कल्याण ने किया।
इस दौरान पारा टोला से आये समाज के लोगों ने बाइबिल के पवित्र पाठ का वाचन कर यीशु के संदेशों को दिया। पहला पाठ का वाचन प्लासिडियूस टोप्पो इंदिरा नगर व राजकिरण खलखो ने दूसरे पाठ का वाचन किया।
रात्रि प्रार्थना सभा के दौरान फा.अनुरंजन व फ़ा जॉन की अगुवाई में युवा संघ के युवक-युवतियों के द्वारा अनुष्ठान के बीच-बीच में भक्तिमय गीतों से एैसा समा बांधा कि लोग भक्तिमय गीतों में रम गए। कार्यक्रम के अंतिम चरण में परम प्रसाद का वितरण व बालक यीशु का चुंबन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नगर के प्रथम महापौर लुंड्रा विधायक प्रबोध मिंज, महापौर डॉ. अजय तिर्की, विनोद कुजूर रजिस्ट्रार जनरल हाईकोर्ट बिलासपुर ,भानु प्रताप डीन बिलासपुर, अजय अरुण मिंज, जगजीत, रविन्द्र तिग्गा, बीरेंद्र टोप्पो, राजेन्द्र तिग्गा, सुमन एक्का, भानु, राजेश टोप्पो, फादर अविरा, फ़ादर ज्ञान लकड़ा, फादर विमल, फादर सुशील,फादर पीटर,सिस्टर क्लारा,उर्सुलाइन, संत अन्ना, मिशनरीज आफ चैरिटी सिस्टर्स व मसीही समाज के लोग मौजूद थे।