सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 22 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 24 अक्टूबर को एकदिवसीय जिलास्तरीय आंदोलन सरगुजा में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें राज्यभर के शिक्षकों की विभिन्न मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए सामूहिक अवकाश लेकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा का 24 को एकदिवसीय जिलास्तरीय आंदोलन को लेकर मोर्चा के जिला संचालक मनोज वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा का यह आंदोलन शिक्षकों की वर्षों से लंबित मांगों को लेकर है। वेतन विसंगति, पदोन्नति, पेंशन योजना, और महंगाई भत्ते जैसे मुद्दों पर शिक्षकों की मांगें पूरी न होने से उनमे असंतोष का स्तर बढ़ता जा रहा है।
24 अक्टूबर को होने वाले इस एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन के माध्यम से शिक्षक समुदाय अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करेगा । इस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला संचालक ने जिले के सभी शिक्षकों से 1 दिन का आकस्मिक अवकाश लेकर आंदोलन में शामिल होने की अपील की है ।
मोर्चा के संभागीय संचालक हरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा गणना - शिक्षकों की प्रमुख मांगों में एक है कि उनकी सेवा की गणना उनकी पहली नियुक्ति तिथि से की जाए। इससे शिक्षकों को अपनी सेवा अवधि को बेहतर तरीके से मान्यता मिल सकेगी और इसके आधार पर उन्हें अन्य लाभ भी मिल सकेंगे। हमारी दूसरी मांग सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करना - सहायक शिक्षकों के वेतन में असमानता को लेकर लंबे समय से शिक्षक असंतोष व्यक्त कर रहे हैं। शिक्षकों की मांग है कि इस वेतन विसंगति को तत्काल प्रभाव से दूर किया जाए ताकि सभी शिक्षकों को समान वेतनमान प्राप्त हो सके।