सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 14 अक्टूबर। रियासत कालीन परंपरा का निर्वहन करते हुए लखनपुर में एक दिन बाद दशहरा धूमधाम से मनाया गया। इसका एक कारण यह भी है कि दशहरे के दिन अम्बिकापुर से सरगुजा महाराज अपने प्रजाजनों से मिलने तथा उनका हालचाल जानने लखनपुर पैलेस पहुंचते हंै। इसके बाद रावण दहन के साथ ही दशहरा मनाया जाता है।
साक्षरता मिनी स्टेडियम में रावण दहन समिति के द्वारा लगभग 80 फीट रावण का पुतला बनाया गया था। रावण दहन समिति के द्वारा लगभग एक घंटा आतिशबाजी कराई गई, जो मुख्य रूप से आकर्षण का केंद्र रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज और अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी दशहरा पर्व सभी के सहयोग से संपन्न कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि असत्य पर सत्य की विजय का पर्व दशहरा में हम सबको गलत कामों को छोडऩा चाहिए और सही राह पर चलना चाहिए, सभी को यह संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से कृपा शंकर गुप्ता,दिनेश साहू, सुभाष अग्रवाल,हरविंद अग्रवाल,राजेंद्र जायसवाल रामनारायण दुबे,नरेंद्र पांडे सुरेश साहू,दिनेश बारी,बृजेंद्र पांडे,राहुल अग्रवाल,नीरज अग्रवाल,राकेश अग्रवाल,राधेश्याम अग्रवाल,सहदूल खान,तरबेज आलम,सौरभ अग्रवाल उपस्थित थे।
इसी तारतम्य में दुर्गा मंडप बाज़ारपारा के अध्यक्ष कन्हैया साहू, सुजीत गुप्ता,ओमप्रकाश कुर्रे, दिनेश सिंह,राजू गुप्ता तथा नवचेतना दुर्गा पूजा समिति में मुख्य रूप से सुनील अग्रवाल, जितेंद्र गुप्ता,राकेश अग्रवाल, नीरज अग्रवाल,पंकज जायसवाल,लवी अग्रवाल,सचिन अग्रवाल, समिति बस स्टैंड की दुर्गा प्रतिमाओं की शोभायात्रा नगाड़ा एवं सैला नृत्य के साथ शहर में निकाली गई तथा विसर्जन स्थानीय देव तालाब में किया गया।
दशहरे के अवसर पर बड़ी तादाद में नगरवासी सहित क्षेत्रवासियों का हुजम उमड़ पड़ा। इसके बाद बुराई रूपी रावण का दहन स्थानीय साक्षरता मिनी स्टेडियम में किया गया। यहां नगर के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में रावण दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया गया।