सरगुजा

प्रतापपुर, 9 अक्टूबर। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) सुरजपुर जिला इकाई के नेतृत्व में जनहित की विभिन्न मांगों को लेकर ग्राम दुलदुली से सैकड़ों ग्रामीणों ने एक विशाल रैली निकालकर वन परिक्षेत्र घुई कार्यालय पहुंचकर उग्र प्रदर्शन किया।
जिलाध्यक्ष रामअधीन पोया ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों की मांगों को शीघ्र पूरा करें। किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष कवल साय सरुता ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में वन भूमि पर पूंजीपतियों का कब्जा हो रहा है, और अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जंगली हाथियों के आतंक के कारण ग्रामीणों की सुरक्षा खतरे में है, लेकिन वन विभाग की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
जिला कार्यवाहक अध्यक्ष देवसाय पोया ने वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करते हुए कहा कि ये अधिकारी क्षेत्र में नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते। उन्होंने बताया कि घुई और रामकोला रेंज के रेंजर अपने जेसीबी मशीन और मिक्सर मशीनों का इस्तेमाल कर ठेकेदारी का कार्य कर रहे हैं, जबकि उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी स्थानीय समस्याओं का समाधान करना है।
जब ग्रामीण हाथियों के बारे में सूचना देते हैं, तो जिम्मेदार अधिकारी अक्सर फोन नहीं उठाते, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। यह गंभीर लापरवाही है, क्योंकि इससे ग्रामीणों की जान-माल की सुरक्षा पर संकट बढ़ता है।
जिला महासचिव चन्द्रदीप कोर्चो ने कहा कि पिछले वर्ष कई किसानों की फसलें जंगली हाथियों द्वारा नष्ट हुईं, लेकिन उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला। इस स्थिति के कारण ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
प्रदर्शन में शामिल गोंगपा पदाधिकारियों और भारी संख्या में ग्रामीणों ने वन अधिकारों के उल्लंघन का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जनजाति और अन्य पारंपरिक वन निवासियों के अधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख व्यक्तियों में ब्लॉक अध्यक्ष छोटेलाल आयाम, धर्मपाल पोया (संघठन मंत्री), कमान सिंह मराबी (विधानसभा प्रभारी प्रतापपुर), मंजूषा पोया (मीडिया प्रभारी), मेघनाथ आयाम, नर्मदा मराबी, विनीता पोया और विकास नेटी और रमकोला थाना और घुई, रमकोला फॉरेस्ट के अधिकारी कर्मचारी शामिल थे।