सरगुजा

खेल-मैदान बना छोटेझाड़ का-जंगल, आजाद सेवा संघ ने दिया हाईवे जाम का अल्टीमेटम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 20 सितंबर। शासकीय महाविद्यालय सिलफिली में व्यवस्था चरमरा गई है। एक तरफ उच्च शिक्षा विभाग राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर चुका है तो वहीं दूसरी तरफ तीन महीने में टाईम-टेबल घोषित नहीं हो सका है। आजाद सेवा संघ ने 10 दिनों में खेल मैदान और टाईम टेबल सही नहीं होने पर महाविद्यालय के सामने नेशनल हाइवे जाम कर प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है।
आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा ने बताया कि नैक ग्रेडिंग में बी प्राप्ति के बाद पूरी तरह क्रीड़ा विभाग कुंभकर्णी निद्रासन में विलीन है। नवीन प्राचार्य, पदभार ग्रहण करने के बाद प्रशासनिक प्रोटोकॉल में डूब चुके हैं। छात्रों को फीस भुगतान के बावजूद निर्धारित सुविधाएं नहीं मिल रही है।
आगे कहा कि मात्र तीन महीने में पांच बार टाईम टेबल बदल दिया गया है, जिससे न तो प्राध्यापकों को सही सारणी समझ आ रही है और न ही छात्र डिसाइड कर पा रहे हैं कि कौन से समय पर क्या पढऩा है। वहीं नई शिक्षा नीति अनुसार जीई-वीएसी में कुछ चुनिंदा विषय मनमानी ढंग से नवप्रवेशित विद्यार्थियों पर थोप दिया गया है। फस्र्ट ईयर में निर्धारित छात्र संख्या अनुसार कुछ विषयों में सैक्शन की कक्षाओं से संचालन नहीं हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय द्वारा सदैव प्रति छात्र क्रीड़ा शुल्क लिया जाता रहा है, परंतु खेलकूद की वार्षिक प्रतियोगिता सिर्फ कागजी कार्रवाई में ठप पड़ी है। नैक ग्रेडिंग के लिए चमकाया गया खेल मैदान अब छोटे-झाड़ का जंगल बन गया है। उक्त ग्राउंड की वस्तुस्थिति खेल विभाग की वास्तविकता उगल रही है। महाविद्यालय के अंदर की सडक़ पर खेल प्रतियोगिता की तस्वीर वेबसाइट मौजूद है। खेल मैदान में मौजूद खुला कुएं पर ढक्कन तक नहीं लगा हुआ है, जिसपर प्राचार्य आज तक कोई भी पहल नहीं की है।
आजाद सेवा संघ ने क्षेत्रीय अपर संचालक प्रो. रिजवान अहमद से मांग की है कि छात्रों के हित में भौतिक रूप से उपस्थित होकर शासकीय महाविद्यालय सिलफिली का निरीक्षण और जांच होनी चाहिए। साथ ही 10 दिनों में खेल मैदान और टाईम टेबल सही नहीं होने पर महाविद्यालय के सामने नेशनल हाइवे जाम कर प्रदर्शन का अल्टिमेटम दिया है।