सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर,13 सितंबर। गुरुवार की रात को ग्राम सलका में गणेश विसर्जन के दौरान किसी एक व्यक्ति को चोट आ गई, जिसे उपचार के लिए पीएचसी सलका उसके साथी लेकर आए और डॉक्टरों को आवाज लगाने लगे। पीएचसी में डॉक्टरों के नहीं मिलने पर युवक के साथ आए दर्जन भर से अधिक लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पीएचसी के भीतर रखे सामानों पर अपना गुस्सा निकालना शुरू कर दिया।
रात आठ से नौ बजे के बीच इन लोगों हॉस्पिटल का स्ट्रेचर, व्हीलचेयर, गमला और ट्यूबलाइट सहित अन्य सामानों को नुकसान पहुंचाया है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, उक्त पीएचसी में चौकीदार नहीं है, कैमरा भी नहीं है, नियमित डॉक्टर भी विगत दो दिनों से नहीं है। एक डॉक्टर नो वर्क नो पे के एप्लीकेशन देकर तो दूसरे डॉक्टर जो कि अंबिकापुर से आना जाना करते है वह दो दिन का सीएल लगाकर छुट्टी पर है।
बच गए नर्सिंग स्टॉफ तो जचकी कराने का इन लोगों के द्वारा काम किया जाता है, ओपीडी के अलावा इमरजेंसी में ड्रेसिंग वगैरह तो कर सकते है, परंतु बगैर डॉक्टर के देखे या पर्ची लिखे यह भी कुछ नहीं कर सकते। पीएचसी सलका में लगभग एक दर्जन कर्मचारी पदस्थ हैं इनमें से कुछ सीएचसी उदयपुर में अटैच है। कुल मिलाकर यह बोला जा सकता है कि पीएचसी अभी बीमार चल रहा है।
बीएमओ योगेंद्र पैकरा ने बताया कि घटना की सूचना लिखित में उदयपुर थाना में दिया गया है। आगे की कार्रवाई पुलिस द्वारा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पीएचसी में चौकीदार जेडीएस से रखे गए थे, भुगतान नहीं होने से इन लोगों ने काम करना बंद कर दिया है, व्यवस्था बनाया जा रहा है।