सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 8 अगस्त। लखनपुर पुलिस ने चोरी के दो अलग-अलग मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने चोरों के पास से दो मोटर सायकल, एक सबमर्सिबल पम्प एवं 2 टुल्लु पम्प बरामद किया है।
जानकारी के मुताबिक पूर्व में चोरी हुए मोटर सायकल बजाज पल्सर के अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु टीम तैयार कर तलाश किया जा रहा था। पतासाजी के दौरान मुखबिर से पता चला कि ग्राम नकना थाना सीतापुर के दिनेश सिंह के पास उक्त मोटर सायकल देखा गया है। सूचना पर ग्राम नकना जाकर घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ किया गया तो बताया कि मोटरसायकल को ग्राम केवरा से दिनेश सिंह, बेद सिंह, एवं आशीष सिंह के द्वारा चोरी करना बताया। जिस मोटर सायकल से गये थे, उसे दरिमा क्षेत्र के मैनपाट रोड में लूट किये थे जिसे ग्राम विशुनपुर के बजे उर्फ ब्रजेश के पास 10,000 रूपये में बिक्री करना बताया तथा मोटरसायकल को ग्राम मंगारी का बेद सिंह रखा है बताया। पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी बेद सिंह एवं बजे उर्फ बृजेश गोसाई को पकडक़र पूछताछ की तो आरोपियों के कथन के आधार पर 2 मोटर सायकल को जब्त किया गया।
थाना लखनपुर के दूसरे अपराध में चोरी हुए सबमर्सिबल पम्प के अज्ञात आरोपी के पतासाजी हेतु टीम तैयार कर पतासाजी किया जा रहा था, जिसे 24 घंटे के भीतर पतासाजी के दौरान पता चला कि ग्राम पुहपुटरा के बुच्चु राजवाड़े के पास सबमर्सिबल पम्प है। जिससे पूछताछ करने पर बताया कि गांव के अमित राजवाड़े एवं दीपक राजवाड़े के पास से सबमर्सिबल पम्प को 4000/ रूपये में खरीदा है।
अमित राजवाड़े और दीपक राजवाड़े को घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ किया गया तो दीपक राजवाड़े ने बताया कि ग्राम बंधा से सबमर्सिबल पम्प को दीपक राजवाड़े, निक्कू राजवाड़े एवं आलोक राजवाड़े के द्वारा चोरी करना बताया, जिसे टेमलाल के घर में पैरा के अन्दर छिपाकर रखे थे। कुछ दिन बाद अमित राजवाड़े के द्वारा सबमर्सिबल पम्प को बुच्चु राजवाड़े के पास बिक्री करना बताया, जिसे घेराबंदी कर पकडक़र पूछताछ किया गया जो बताया कि गांव के छोटू राजवाड़े व दीपक राजवाड़े के साथ ग्राम राजापुर से 2 टुल्लु पम्प चोरी करना बताया। आरोपियों के कथन के आधार पर 1 सबमर्सिबल पम्प, 2 टुल्लु पम्प को जब्त किया गया एवं आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
सम्पूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी उप निरीक्षक शिशिर कांत सिंह, सउनि अरूण गुप्ता आरक्षक देवेन्द्र सिह, रविन्द्र साहू, दिलसुख लकड़ा, अजय शर्मा एवं अन्य स्टाफ सक्रिय रहे।