सूरजपुर

दर्जनों आवेदन, पर नहीं हुई नए भवन की स्वीकृति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 11 सितंबर। सूरजपुर जिला के प्रतापपुर ब्लॉक में एक ऐसा आंगनबाड़ी केंद्र है जो 8310 के कमरे में संचालित है,सबसे बड़ी बात है कि इसी छोटे से कमरे में बच्चे पढ़ते हैं और रसोईघर भी है। यह केंद्र ग्राम पंचायत चांचीडांड के ढाबीपारा में स्थिति है और यह केंद्र तीस साल से भी अधिक पुराना है।
मिली जानकारी के अनुसार यहां का पुराना भवन जर्जर है और कुछ साल पहले इसी के बगल में उन्नयन आंगनबाड़ी के नाम से नया भवन बनाया गया था जो छोटा सा है और 8310 का है। यहां करीब तीस बच्चे हैं और सभी को इसी में बैठना पड़ता है। सबसे बड़ी बात है कि खाना बनाने के लिए कोई दूसरी जगह नहीं है और इसी कमरे में रसोईघर भी है। बच्चों की गतिविधियां और खाना बनाने का काम एक साथ छोटे से कमरे में होता है।
इस आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति कई वर्षों से यही है,स्टोर रूम भी यही है। बच्चों का यहां आना एक औपचारिकता मात्र है क्योंकि इतनी जगह नहीं है कि कोई भी गतिविधि ठीक ढंग से हो सके। जो बच्चा जहां बैठता है, वहीं बैठे रह जाता है।
इस स्थिति को लेकर यहां के ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन के लोगों का ध्यान कई बार आकृष्ट कराया है,मांग रखी है ताकि नवीन आंगनबाड़ी भवन बन सके लेकिन आज तक इसका समाधान नहीं निकला है। 1996 में बना था मुख्य आंगनबाड़ी भवन, अब हो चुका जर्जर, बच्चों को खतरा
मिली जानकारी के अनुसार यहां का जो मुख्य आंगनबाड़ी केंद्र का भवन है वह 1996 में बना था। कई साल पहले ही यह काफी जर्जर हो चुका है, छत गिरने की स्थिति में है,बारिश के दिनों में अंदर बरसात होती है तथा छत से प्लास्टर गिरता है।दीवारों में क्रैक है और भवन की स्थिति नाजुक है। इसकी स्थिति देखते हुए ही काफी पहले इसमें केंद्र का संचालन बंद कर दिया गया था।बताया जा रहा है कि पंचायत ने भी एक प्रस्ताव पारित कर भवन को डेड घोषित कर दिया था।