सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 15 जुलाई। ग्राम पंचायत छोटे गन्तुली के आश्रित ग्राम आमाकोनी में मुख्य मार्ग की कोई सडक़ नहीं है, जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि हमसे ऐसी क्या गलती हो गई है कि शासन-प्रशासन अथवा बनाए गए जनप्रतिनिधियों ने हमसे मुंह फेर लिया है। विकास की गंगा हमारे गांव तरफ बहने ही नहीं देना चाहते। बीते 5 वर्षों से ग्रामीणों द्वारा सडक़ के लिए गुहार लगाई जा रही है। किंतु आज पर्यंत तक ना ही गांव को किसी प्रकार की कोई सीसी रोड मिली है और ना ही इस संबंध में किसी प्रतिनिधि ने कोई पहल की है।
ग्रामीणों द्वारा समय-समय पर अपने इस सडक़ वाले दर्द को बयां किया जाता है कि वर्षा काल में यह रोड चलने लायक नहीं होता है तथा रोड में गाडिय़ों के चलते दलदल इतनी होती है कि रोज पढऩे वाले बच्चे साइकिल से स्कूल भी नहीं जा पाते और जब जाने का प्रयास करते हैं तब वह रोड में फिसल कर गिर जाते हैं। इतना ही नहीं स्कूलों द्वारा संचालित की गई वाहनें भी इन गड्ढ़ों में फंस जाती है जिसके कारण ग्रामीणों तक किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं पहुंच पाती। ग्रामीण तथा गांव में आने वाले बाहरी आगंतुक भी इस रोड को देखकर बहुत परेशान है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच का प्रतिनिधित्व करने वाला वह व्यक्ति सरपंच का एक किरायेदार है। सरपंच को दूरभाष द्वारा संपर्क करने की कोशिश की गई, जिस पर ना तो कॉल उठाया गया और ना ही कोई प्रतिक्रिया मिली है। सचिव झसकेतन जायसवाल ने बताया कि सरपंच के किसी खास आदमी द्वारा समस्त पंचायत को संचालित किया जाता है और उनके द्वारा ही समस्याओं की देखरेख की जाती है।


