सारंगढ़-बिलाईगढ़

एमा नइयेगा भलाई, नशा जहर एला छोड़ दव
12-Dec-2023 7:00 PM
एमा नइयेगा भलाई, नशा जहर एला छोड़ दव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सारंगढ़, 12 दिसंबर। जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी निराला ने बताया कि तंबाकू सामान्य सा दिखने वाला एक पौधा है, जिसमें निकोटिन नामक रसायन होता है जिसे नशे के रूप में उपयोग किए जाने के कारण नशीला पदार्थ बन गया है। तंबाकू में हजारों प्रकार के रासायनिक पदार्थ मिले होते है, जो खतरनाक होते है और जानलेवा साबित हो रहे है तंबाकू से बहुत जल्द लत लगने की क्षमता होती है ये आसानी से उपलब्ध हो जाता है सस्ता भी होता है।

तंबाकू सेवन देश की सबसे तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या है। इससे प्रतिवर्ष भारत वर्ष में लगभग 13 लाख लोगो की मौतें हो रही है। यह देश की उत्पादकता और अर्थव्यवस्था के लिए भी एक चुनौती है। इस सबके बावजूद संतोष की बात है की तंबाकू से होने वाले बीमारी व मौत को आसानी से रोका जा सकता है। वैसे तंबाकू पूरी दुनिया के लिए एक चिंता का विषय है  देश के साथ हमारा प्रदेश ज्यादा प्रभावित है।

तंबाकू नियंत्रण के प्रयासों को गति देने भारत सरकार के द्वारा वर्ष 2007 - 2008 में  राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्य क्रम  की शुरुवात की गई, जिसके तहत तंबाकू नियंत्रणअधिनियम (सीओटीपीए एक्ट 2003 )को  प्रभावी ढंग से लागू करने की प्रयास हुई है, जिसके अंतर्गत विद्यालयों में जागरूकता अभियान चला कर विभिन्न प्रकार के प्रचार प्रसार के माध्यम से तंबाकू के उपयोग कर्ता को परामर्श करके इसकी उपयोगिता को कम करने का बीड़ा उठाया है।

डब्ल्यूएचओ एवं भारत सरकार के द्वितीय ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे 2017 के अनुसार भारत वर्ष में 28 .6 प्रतिशत वयस्क लोगों के द्वारा तंबाकू का उपयोग अनेकों तरह से उपयोग कर रहा है जिसमे 42.4 प्रतिशत पुरुष एवम 14.2 प्रतिशत  महिलाओं के द्वारा उपयोग किया जा रहा है । यदि छग के संदर्भ में देखे तो  39.1 प्रतिशत वयस्क  लोग उपयोग कर रहे है जिसमे 53.7 प्रति. पुरुष और 24 .6 प्रतिशत महिला तंबाकू का सेवन कर रहे है इसमें 36 प्रतिशत लोग तंबाकू को चबाने वाले के रूप में लेते है ।

ग्लोबल एडल्ट टोबैको वर्ष 2019 के अनुसार भारत वर्ष में 13 से 15 वर्ष के  8. 6 प्रतिशत छात्र तंबाकू को किसी न किसी रूप में उप योग कर रहे है जबकि छग में 8 प्रतिशत छात्र उपयोग कर रहे है छग में 5 .7 प्रतिशत बालिका एवं 10.5 प्रतिशत बालक तंबाकू का उपयोग कर रहे है। इसमें 7.5 प्रतिशत शहरीय एवं 8.1प्रतिशत छात्र ग्रामीण अंचल के होते है। हैरान करने वाली बात है कि  13 से 15 वर्ष के शाला प्रवेशी बच्चों में तंबाकू उपयोग प्रारंभ करने की औसत उम्र 7.3 वर्ष है 13 से 15 वर्ष के बच्चों में 75 .5 प्रतिशत बच्चे तंबाकू का उपयोग सिगरेट के रुप में उपयोग करते है जिसे वे दुकान से खरीदते है 18 वर्ष से कम उम्र के 70 प्रतिशत बच्चे तंबाकू का उपयोग कर रहे हैं, जो चिंता का विषय है।  


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