राजपथ - जनपथ

राजपथ-जनपथ : गर्म कपड़े बेचने आया पहलगाम का हीरो
30-Oct-2025 6:41 PM
राजपथ-जनपथ : गर्म कपड़े बेचने आया पहलगाम का हीरो

गर्म कपड़े बेचने आया पहलगाम का हीरो

कश्मीर के नजाकत अली गर्म कपड़े बेचने के लिए पिछले कई वर्षों से चिरमिरी पहुंचते हैं, मगर इस बार उनका यहां गर्मजोश स्वागत हुआ। जब स्थानीय लोगों को पता चला कि वही नज़ाकत आए हैं जिन्होंने पहलगाम हमले में चिरमिरी के 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था, तो चिरमिरी के लोग भावुक हो उठे। लोगों ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया, सडक़ किनारे एकजुट होकर तालियां बजाईं और बच्चों ने उन्हें हीरो अंकल कहा। स्थानीय संस्थाओं के एक समूह ने उन्हें हीरो ऑफ ह्यूमैनिटी (इंसानियत के नायक) की उपाधि से सम्मानित किया।

दरअसल, 22 अप्रैल 2025 जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। उस दिन चिरमिरी के चार परिवारों के 11 सदस्य भी वहीं मौजूद थे। नजाकत अली उनके साथ हो लिए। जब आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं तो चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। नजाकत अली ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए चिरमिरी के पर्यटकों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। उन्होंने बच्चों को गोद में उठाया, बड़ों को लेट जाने को कहा और मौका मिलते ही गोलियों की बौछार के बीच उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया। उनकी इस बहादुरी से सभी 11 लोग बच गए। बाद में जब यह खबर चिरमिरी पहुंची, तो लोगों ने राहत की सांस ली। अब जब नजाकत पहलगाम हमले के बाद पहली बार चिरमिरी आए तो उनका गर्मजोश स्वागत हुआ। नजाकत अली ने कहा- मैंने जो किया, वह सिर्फ इंसानियत के नाते किया। वहां हिंदू या मुस्लिम नहीं, सिर्फ इंसान थे। उस समय बस यही लगा कि जो मेरी आंखों के सामने है, उसे बचाना मेरा फर्ज है। अगर दोबारा ऐसी परिस्थिति आए, तो वे फिर वही करेंगे। किसी की जान बचाना सबसे बड़ा धर्म है। ऑपरेशन सिंदूर पर नजाकत अली ने कहा कि भारत शक्तिशाली देश है। जो भी इस पर हमला करेगा, उसे उसका जवाब मिलेगा।

बदनामी तो हो ही गई

दिवाली में जुआ खेलने का चलन है। इसके चलते पुलिस मुस्तैद रही, और प्रदेश में कई जगहों पर जुआरियों को धरा भी गया। कई ताकतवर लोग भी लपेटे में आ गए हैं। इसकी राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा हो रही है।

बिलासपुर में तो एक होटल में छापा डाला, तो भाजपा के स्थानीय बड़े नेता संतोष कौशिक, और तखतपुर भाजपा विधायक के भतीजे विकास सिंह पुलिस के हत्थे चढ़ गए। महासमुंद में भी कांग्रेस से जुड़े लोग जुआ खेलते पकड़ाए हैं। इस सबके बीच बुधवार को सुकमा पुलिस की कार्रवाई की काफी चर्चा हो रही है। यहां जुआं खेलते सुकमा भाजपा के जिला उपाध्यक्ष दिलीप पेद्दी पकड़ा गए। दिलीप पेद्दी से सिर्फ 15 सौ रुपए जब्त किया गया।

बताते हैं कि दिलीप को गृह मंत्री का करीबी माना जाता है। जब भी गृहमंत्री का बीजापुर-सुकमा जिले का प्रवास रहता है, दिलीप काफी सक्रिय रहते हैं। उन्हें सुरक्षा भी मिली हुई है। ऐसी चर्चा है कि वो पुलिस पर हर तरह के कामों के लिए दबाव भी बनाते रहे हैं। इससे पुलिस के कुछ लोग काफी खफा भी थे, और इसी खुन्नस की वजह से वो पुलिस के हत्थे चढ़ गए। हालांकि तुरंत थाने से ही मुचलके पर छोड़ दिए गए, लेकिन बदनामी तो हो ही गई।

साइबर ठगी का नया तरीका- डायल 21#

यदि साइबर ठगी से बचने के लिए आप अब मोबाइल कॉल, मैसेज फॉरवर्डिंग और ओटीपी शेयरिंग से बच रहे हैं तो अच्छी बात है मगर अब ये फ्रॉड नए तरीके से लोगों के बैंक अकाउंट और व्हाट्सएप तक पहुंच बना रहे हैं। ठग अपने शिकार को बैंक, मोबाइल कंपनी या सरकारी एजेंसी का अधिकारी बनकर कॉल करते हैं। बातचीत के दौरान वे किसी बहाने से पीडि़त से कहते हैं कि वह अपने फोन में 21प्त या इससे मिलता-जुलता कोई कोड डायल करें। जैसे ही व्यक्ति यह कोड डायल करता है, उसके फोन पर आने वाली सभी कॉल और एसएमएस अपने-आप ठग के नंबर पर फॉरवर्ड होने लगते हैं।

इसका नतीजा यह होता है कि ठग को पीडि़त के सभी ओटीपी, बैंक अलर्ट और वेरिफिकेशन कोड मिलने लगते हैं। इसके जरिए वे बैंक खाते, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया अकाउंट तक पहुंच बना लेते हैं। कई मामलों में ठग पीडि़त की पहचान का इस्तेमाल कर उसके दोस्तों और रिश्तेदारों से भी पैसे ठगने लगे हैं, क्योंकि उनके पास आपके फोन पर सेव नंबरों का भी एक्सेस होता है। छत्तीसगढ़ में भले ही ऐसे मामले न आए हों, मगर दूसरे राज्यों में ऐसी शिकायतें पुलिस की साइबर सेल के पास पहुंच रही है। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी शेयर की है। साइबर ठगी का शिकार होने पर 1930 नंबर पर डायल करने की सुविधा तो पूरे देश में है ही।

भीड़ जुटाने का तनाव

पीएम नरेंद्र मोदी के राज्योत्सव कार्यक्रम में भीड़ जुटाने को लेकर भाजपा काफी टेंशन में हैं। रायपुर शहर जिला भाजपा की लगातार बैठकें हो रही हैं, और स्थानीय नेताओं को ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए टारगेट दिया गया है। वैसे तो प्रदेशभर से कार्यकर्ता आएंगे, लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ लाने की जिम्मेदारी रायपुर शहर जिला भाजपा पर है।

बताते हैं कि प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने पहले ही कार्यकर्ताओं से माफी मांग ली है कि सुरक्षा कारणों से कहीं कोई ऊंच-नीच हो जाए, तो इसे ज्यादा ध्यान न दिया जाए। एक विधायक ने सुझाव दिया है कि निगम-मंडल के पदाधिकारियों को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। मगर ज्यादातर निगम मंडल के पदाधिकारी बिहार चुनाव में प्रचार के लिए निकल गए हैं।

कई तो प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन के विधानसभा क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। नबीन पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। पीएम की सभा में एक लाख लोगों के जुटने की उम्मीद है। इनमें से अकेले रायपुर शहर से 20 हजार लोगों के लाने का लक्ष्य है। इन सबके बीच मौसम को देखते हुए भी भाजपा के नेता टेंशन में हैं। देखना है आगे क्या होता है।


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