राजनांदगांव

डॉक्टर्स-डे पर नांदगांव मेडिकल कॉलेज के 200 विद्यार्थियों का एक दिनी अभियान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 जुलाई। अंतरराष्ट्रीय डॉक्टर्स-डे के अवसर पर राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के सैकड़ों विद्यार्थियों ने शहर के मुख्य चौक-चौराहों में खड़े होकर लोगों को मास्क की अहमियत समझाते हुए तीसरी लहर से बचाव के भी उपाय बताए। लोगों को इस बात के लिए भी विद्यार्थियों ने ताकिद किया है कि मास्क एक बड़ा हथियार है। तीसरी लहर की संभावना पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है, इसलिए लोगों को जागरूक होकर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। गुरुवार को स्थानीय कमला कॉलेज चौराहे पर खड़े विद्यार्थियों ने हर आने-जाने वालों को आवाज देकर यह बताया कि मास्क पहनना बेहद जरूरी है। कोरोना वायरस का खात्मा अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
विद्यार्थियों ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि डॉक्टर्स-डे पर एक जागरूक अभियान के तहत लोगों को जानकारी दी जा रही है। मेडिकल कॉलेज के 200 छात्र अलग-अलग चौक-चौराहों में खड़े होकर लोगों को संक्रमण के खतरे से आगाह कर रहे हैं। यह अभियान इसलिए जरूरी है कि कोरोना वायरस काफी जानलेवा है। तीसरी लहर का खतरा इंसान के ऊपर अब भी मंडरा रहा है।
बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों ने पोस्टर में हाथों से लिखे संदेश के जरिये लोगों से टीका लगाने की अपील करते अफवाह पर ध्यान नहीं देने का आग्रह किया। वहीं हाथ धोने और घर में रहने जैसे संदेश भी विद्यार्थियों ने दिए। बताया जा रहा है कि अलग-अलग समूह में विद्यार्थियों ने लोगों के बीच जाकर अपनी सामाजिक उत्तरदायित्व का भी बखूबी निर्वहन किया।
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने डॉक्टर्स-डे के अवसर पर विद्यार्थियों को एक सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स-डे के खास मौके पर विद्यार्थियों की इस पहल की काफी सराहना हुई। चिकित्सकीय पद्धति से कोरोना वायरस के बचाव के साथ-साथ विद्यार्थियों ने लोगों को जनसमुदाय के प्रति सतर्क रहने व जिम्मेदारी का भी बोध कराया।