राजनांदगांव
पूर्ण लॉकडाउन से शहर सूना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 मई। कोराना संक्रमण के चेन को तोडऩे के लिए लगातार तीसरे रविवार को राजनांदगांव शहर पूरी तरह से बंद रहा। प्रशासन ने पांचवे दौर के लॉकडाउन में रविवार को छोडक़र सप्ताह के बाकी दिनों में कई तरह की ढील दी है। प्रशासनिक छूट के चलते सुबह 6 से दोपहर 3 बजे तक कारोबार समेत अन्य कार्य हो रहे है।
प्रशासन ने वित्तीय संस्थाओं के अलावा अन्य व्यवसाय के लिए रियायत दी है। रविवार को पूर्ण लॉकडाऊन के फैसले को सकारात्मक महत्व भी मिल रहा है। गुजरे दोनों रविवार में भी शहर पूरी तरह से बंद रहा। बताया जाता है कि रविवार पूर्ण लॉकडाउन को लेकर प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए लोगों को घर में रहने का निर्देश दिया। हालांकि बीते 10 दिन में कोराना के नए मामलो में काफी गिरावट आई है। शनिवार को शहर में मात्र 8 कोरोना मरीज मिले। समूचे जिले में यह आंकड़ा 64 रहा। अप्रैल में जिस तरह से संक्रमण और मौत का ग्राफ बढ़ा उससे हालत बेकाबू हो गया था। मौत की संख्या में बढ़ोत्तरी होने से स्थिति डरावनी हो गई है। अप्रैल के पूरे माह कोरोना ने आंतक मचाकर कई लोगों की जान ली। उधर मई का पहले सप्ताह के बाद से लगातार कोरोना के नए मरीजों की संख्या गिर गई है। वहीं मौत की रफ्तार भी काफी कम हो गई है।
नांदगांव में कोरोना मौत का आंकड़ा 500
जिले में शनिवार को कोरोना महामारी से मारे गए लोगों की संख्या 500 पहुंच गई। बीते साल महज 124 ने कोरोना से जान गंवाई थी। जबकि इस साल दूसरी लहर में सिर्फ दो माह के भीतर तीन सौ लोगों ने कोरोना से जुझते हुए दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि दूसरी लहर में जिस तरह से वायरस ने कहर बरपाया उससे मौतों की संख्या बढ़ गई। अप्रैल और मई से पहले मार्च के आखिरी सप्ताह से मौतों की संख्या बढऩे लगी। अप्रैल में भयावह हालत होने से कई लोगों को आक्सीजन और तय समय पर उचित उपचार नहीं होने से दुनिया छोडऩा पड़ा। अप्रैल की तुलना में भले ही मौत की गति में ब्रेक लगा लेकिन रोजाना कम से कम दो मौतों का सिलसिला बना हुआ।