राजनांदगांव
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 अप्रैल। रमजान के पाक महीने में यह दूसरा साल है, जब रोजेदारों को घर में रहकर ही अल्लाह की इबादत करनी पड़ रही है। गुजरे साल भी रमजान माह में रोजेदारों ने 5 वक्त का नमाज घर के चार दीवारी में ही अता किया था। लगातार दूसरे साल भी रोजेदार कोरोना पाबंदियों के चलते घर में ही कुरान शरीफ के जरिये अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। दुनिया से कोरोना को रूख्सत करने के लिए मासूम बच्चे भी अल्लाह से दुआएं कर रहे हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना का भयावह रूप देखकर मस्जिदों की रौशनियां भी नदारत हो गई है। बताया जा रहा है कि मस्जिदों के मौलवी रोजेदारों से घर में रहकर ही इबादत करने पर जोर दे रहे हैं। यही कारण है कि राजनांदगांव शहर के जामा मस्जिद, हनफी मस्जिद, नूरी मस्जिद में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। रमजान के मुबारक महीने में मस्जिदों की अलग रौनकता होती है। इस साल कोरोना ने दूसरी बार कहर बरपाते हुए रमजान माह में इबादत करने वाले मुस्लिम धर्मावलंबियों को घरों तक सीमित कर दिया।
बताया जाता है कि छोटे बच्चे भी 5 वक्त का नमाज अदा कर रहे हैं। वहीं कठिन रोजा रखकर शाम को इफ्तार कर रहे हैं। छोटे रोजेदारों को देखकर परिजन उनकी हौसला अफजाई कर रहे हैं। कुल मिलाकर दुनिया से कोरोना को रूख्सत करने दुआएं रोजेदारों द्वारा की जा रही है।