राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 नवंबर। राज्य शासन द्वारा 15 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू कर दी गई। समिति प्रबंधकों के हड़ताल से निपटने प्रशासन ने ऑपरेटरों की भर्ती की तैयारी भी शुरू कर दी है।
इधर कई सोसायटियों में धान की आवक को लेकर बेहतर सफाई नहीं होने से गंदगी पसरी हुई है। जिला प्रशासन ने 96 उपार्जन केद्रों में धान खरीदी की तैयारियां की है। इस वर्ष धान खरीदी के लिए 01 लाख 28 हजार 410 किसानों ने पंजीयन कराया है। प्रशासन ने समर्थन मूल्य एवं कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल तक के मान से धान खरीदेगी। धान खरीदी के लिए कलेक्टर ने केंद्रों में विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। इधर धान बेचने के लिए किसान टोकन के लिए तुंहर हाथ मोबाइल एप से प्राप्त कर रहे हैं।
शहर से सटे ढाबा सोसायटी में 12 गांव के किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए पंजीयन कराया है। पहले दिन शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे उक्त सोसायटी के अंतर्गत पंजीयन कराने वाले दो किसान नंदकिशोर पनिका और द्वारका प्रसाद तिवारी अपनी उपज लेकर सोसायटी पहुंचे। समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए नंदकिशोर पनिका 86 कट्टा और द्वारका प्रसाद तिवारी 62 कट्टा लेकर पहुंचा था। धान बेचने के लिए लघु किसानों और सीमांत किसानों को अधिकतम 2 टोकन और बड़े किसानों को अधिकतम 3 टोकन की अनुमति है।
सोसायटियों में पसरी गंदगी
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव अंतर्गत जिले में 96 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की जाएगी। वहीं धान खरीदी के लिए नए एवं पुराने बारदाने उपार्जन केंद्रों में भेजे जाने की खबर है। धान उपार्जन केन्द्र अर्जुनी में 9461.60 क्विंटल धान खरीदी के लिए 168 टोकन जारी किया गया है। हालांकि जिले के कुछ धान उपार्जन केंद्रों में बेहतर सफाई नहीं होने से सरकार को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।


