राजनांदगांव
राजनांदगांव, 12 नवंबर। मोहला-मानपुर-अं. चौकी कलेक्टर तुलिका प्रजापति के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ भारती चंद्राकर के मार्गदर्शन में जिले के जनजातीय क्षेत्र के युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत कार्यों को गति प्रदान करने तथा ग्रामीणों को रोजगारपरक कौशल विकास से जोडऩे के उद्देश्य से विकासखंड मोहला के ग्राम पंचायत देवरसुर में 30 दिवसीय राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह प्रशिक्षण आरएसईटीआई राजनांदगांव द्वारा ऑफ-कैम्पस मोड में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें 35 महिला एवं पुरुष प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
जनजातीय बाहुल्य जिले में इस प्रशिक्षण से युवाओं और महिलाओं को आधुनिक निर्माण तकनीक, आत्मनिर्भरता और रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को ईंट जोड़ाई, माप-जोख, सीमेंट-रेत अनुपात, प्लास्टरिंग, दीवार निर्माण, वाटर लेवल सेटिंग, सुरक्षा उपाय एवं गुणवत्ता नियंत्रण जैसे विषयों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रथम दिवस पर आरएसईटीआई द्वारा सभी प्रतिभागियों को राजमिस्त्री टूलकिट एवं सेफ्टी जैकेट प्रदान की गई। जिससे वे प्रशिक्षण उपरांत अपने क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से कार्य प्रारंभ कर सकें।
कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने कहा कि प्रशिक्षण केवल कौशल निर्माण नहीं, बल्कि जनजातीय युवाओं और महिलाओं को आत्मविश्वास तथा सम्मानजनक आजीविका से जोडऩे की दिशा में एक सशक्त कदम है। ग्रामीण निर्माण कार्यों में स्थानीय लोगों की भागीदारी से योजनाओं की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा। जिला पंचायत सीईओ भारती चंद्राकर ने बताया महिलाओं की सक्रिय सहभागिता से जिला अब विकास की नई दिशा में अग्रसर है। महिलाओं को निर्माण क्षेत्र में प्रशिक्षित कर लखपति दीदी के रूप में सशक्त बनाना जिला प्रशासन का लक्ष्य है।


