राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। कलेक्टर जितेन्दर यादव ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्र कार्यक्रम छग शासन द्वारा चलाई जाने वाली महत्वकांक्षी योजना है। जिसमें कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण किया जाना है। जिले में कुपोषण की दर को कम करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने बाताया कि कुपोषित बच्चों के लिए जिला अस्पताल राजनांदगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोंगरगढ़ में पोषण पुर्नवास केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। इस केन्द्र में कुपोषित बच्चों को भर्ती कर उन्हें नि:शुल्क उपचार, प्रोटीन-विटामिन-समृद्ध आहार और आवश्यक दवाएं दी जाती है, ताकि वह सुपोषित हो सके।
महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत जिला कार्यक्रम अधिकारी गुरप्रीत कौर द्वारा जानकारी दी गई कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन से समन्वय स्थापित कर गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान कर इलाज हेतु पोषण पुनर्वास केन्द्र जिला चिकित्सालय राजनांदगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोंगरगढ़ में भर्ती कराया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों के खेलकूद हेतु व्यवस्थ्या कर बच्चों को स्वस्थ्य माहोल प्रदान कराया जा रहा है। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा एनआरएलएम के सहयोग से जिले में पोठ़ लईका कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।
इस प्रक्रिया में नोडल अधिकारी द्वारा रेफर किए गए सैम (गंभीर कुपोषित) बच्चों के परामर्श और भर्ती में फीडिंग डेमोस्ट्रेटर द्वारा सहायता प्रदान करने हेतु निर्देश दिए गए। एनआरसी में कार्यरत स्टॉफ नर्स और फीडिंग डेमोस्ट्रेटर नियमित रूप से ओपीडी, आईपीडी और इन्फैंट एंड यंग चाइल्ड फीडिंग कांउसलिंग सेंटर पर आने वाले कुपोषित बच्चों को प्रोटोकॉल के अनुसार एनआरसी में भर्ती कराने की प्रक्रिया सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा ओपीडी में स्क्रीनिंग से आने वाले बच्चों का डेटा संधारित किया जाएगा और इसकी नियमित समीक्षा की जाएगी।
जिला अस्पताल राजनांदगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोंगरगढ़ में एनआरसीए कुपोषित बच्चों के लिए 10-बेड वाला विशेष वार्ड है। यहां गंभीर कुपोषित बच्चों को 15 दिन तक नि:शुल्क उपचार, प्रोटीन-विटामिन-समृद्ध आहार और आवश्यक दवाएं दी जाती है। अप्रैल 2024-अक्टूबर 2025 के 1 साल में इस केंद्र ने 484 कुपोषित बच्चों का सफल उपचार किया है। वर्तमान में जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुर्नवास केन्द्र का कुल बिस्तर अधिभाग दर है।


