राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 नवंबर। युगांतर पब्लिक स्कूल के तत्वावधान में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता विषय पर एक प्रभावशाली कार्यशाला का आयोजन हुआ।
इस कार्यशाला को प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर मेघना कोठारी जैन द्वारा संचालित किया गया। उन्होंने कहा कि दुआएं संसार की सबसे बहुमूल्य धन-संपत्ति होती है। हर मनुष्य का यह धर्म होना चाहिए कि वे अधिकाधिक दुआएं कमाने का प्रयास करें। दुआ रूपी धन से सच्ची खुशी मिलती है। भौतिक संसाधनों से प्राप्त खुशियां नाशवान होती है। व्यक्ति भौतिक वस्तुओं की हानि होने पर ज्यादा दुखी होता है, लेकिन उन्हें इनकी परवाह न करते हुए दुआओं में अपनी सच्ची खुशी अर्जित करने का प्रयास करना चाहिए। कार्यशाला में प्रश्नोत्तर सत्र भी रखा गया था। विद्यार्थियों की ओर से आदित्य सिंघानिया तथा चारूल ने अपनी समस्या का समाधान प्राप्त किया। विद्यालय के प्राचार्य मधुसूदन नायर तथा लक्ष्मण लोहिया द्वारा भी विविध प्रश्नों के माध्यम से समस्याओं को मेघना कोठारी जैन के समक्ष रखा गया। जिनका उन्होंने उचित समाधान प्रस्तुत किया।
कार्यशाला की शुरूआत मेघना कोठारी जैन के परिचय से हुई। कार्यशाला का संचालन करते शालिनी नायर और मोनिका रॉय ने बताया कि मेघना आई आईटियन होने के साथ-साथ इक्यू की चीफ मेन्टोर, अमेजन की टॉप मोस्ट आईटी प्रोफेशनल भी है। वे राजयोग की प्रेक्टिशनर होने के साथ भावनात्मक बुद्धिमत्ता की विशेषज्ञ भी हैं। अमेरिका की लीडिंग टेक्नालॉजी में कार्य भी कर चुकी है। कार्यशाला में विद्यालय के निदेशक (अकेडमिक्स) सुशील कोठारी, सेक्रेटरी विनय डड्ढा, कोषाध्यक्ष मिश्रीलाल गोलछा, डॉ. मोहन पारख, वरिष्ठ नागरिक सुरेश कोठारी, गौतम कोठारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण, शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।


