राजनांदगांव

माथे पर टीका लगाकर भाईयों के लिए मांगी दुआएं
23-Oct-2025 4:18 PM
माथे पर टीका लगाकर भाईयों के लिए मांगी दुआएं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
 राजनांदगांव, 23 अक्टूबर।
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर आज गुरुवार को शहर समेत जिले व देशभर में भाईयों की सलामती के लिए बहनों ने भाई दूज पर्व मनाया। बहनों ने भाईयों के माथे  पर टीका लगाकर उनके लिए दुआएं मांगी। परंपरागत रूप से बहनों ने भाईयों के माथे पर पहले टीका लगाया और उसके बाद मुंह मीठा भी कराया।

इस पर्व में भाई-बहनों का आपसी प्रेम देखकर परिजनों की आंखे भर आई। वहीं बहनों ने अपने भाईयों से ताउम्र साथ निभाने का वादा लिया। रक्षाबंधन के बाद भाई दूज का पर्व भाई-बहनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। ऐसे में इस पर्व को लेकर भाई-बहन इंतजार करते हैं। इस बीच गुरुवार को बहनों ने पारंपरिक रूप से आरती कर भाईयों की लंबी उम्र की कामना की। परंपरागत रूप से पूजा कर भाई-बहनों ने एक-दूसरे से ताउम्र रिश्ते निभाने का वचन दिया। बहनों ने भाईयों के माथे में तिलक लगाकर जहां अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।

भाईयों के मुंह मीठा कराते बहनों ने हर तकलीफ में साथ देने का वचन लिया। बेहद ही खुशनुमा वातावरण में बहनों ने भाईयों के प्रति अपना प्रेम जाहिर करते जिंदगी में तकलीफ के समय साथ रहने का भरोसा लिया। घरों में आज भाई-बहनों के बीच इस पर्व पर हंसी-ठिठोली का दौर जारी रहा। भाईयों को मनचाहा तोहफा दिया। वहीं तोहफे पाकर भाईयों की आंखे भर आई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाई दूज का यह पर्व हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया  तिथि पर मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर यम के देवता यमराज अपनी बहन युमनाजी के घर गए थे, इसलिए भाई दूज के दिन भाई अपनी बहनों के घर जाते हैं। बहनें अपने भाई का आदर-सत्कार करती है। वहीं पूजा के समय भाई का तिलक करती है और रक्षा सूत्र बांधती है। इसके बाद भाई को भोजन कराती है। भाई-दूज के अवसर पर भाई अपनी बहनों को उपहार भी देते हैं।


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