राजनांदगांव

बम्लेश्वरी के गर्भगृह में पूजा करने पर भवानी बहादुर पर मंदिर ट्रस्ट भडक़ा, पुलिस से शिकायत
30-Sep-2025 4:16 PM
बम्लेश्वरी के गर्भगृह में पूजा करने पर भवानी बहादुर पर मंदिर ट्रस्ट भडक़ा, पुलिस से शिकायत

आदिवासी समाज के साथ नीचे स्थित मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर मचा बवाल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 30 सितंबर। पूर्व सांसद स्व. शिवेन्द्र बहादुर के सुपुत्र भवानी बहादुर डोंगरगढ़ में नीचे स्थित मां बम्लेश्वरी के गर्भगृह में कथिततौर पर मनाही के बावजूद प्रवेश कर पूजा-अर्चना करने के मामले में विवादों में घिर गए हैं। बहादुर के इस रवैये को लेकर मंदिर ट्रस्ट भडक़ गया है। ट्रस्ट ने धार्मिक रिवाजों के विपरीत गर्भगृह में पूजा करने को लोगों की भावनाओं को आहत करना बताया है। ट्रस्ट ने बहादुर समेत कुछ लोगों के खिलाफ डोंगरगढ़ पुलिस से शिकायत की है।

 मिली जानकारी के मुताबिक भवानी बहादुर को बीते दिनों आदिवासी समाज द्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए कथित तौर पर आमंत्रित किया गया था। इस दौरान नीचे स्थित मंदिर के गर्भगृह में नियमों को ताक में रखकर बहादुर समाज के लोगों के साथ पूजा-अर्चना करने दाखिल हुए। इसको लेकर मंदिर ट्रस्ट ने कड़ी आपत्ति की। बताया जा रहा है कि मंदिर में पूजा करने के दौरान बहादुर को पुजारियों ने गर्भगृह में प्रवेश करने से रोका, लेकिन उन्होंने सभी की बातों को अनसुना कर दिया।

बताया जा रहा है कि पुलिस अफसरों ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि आदिवासी समाज द्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए एक भीड़ की शक्ल में पहुंचा था। भवानी बहादुर को पूजा में शामिल होने के लिए न्यौता दिया गया था। पूजा करने के दौरान गर्भगृह में घुसने के कदम को ट्रस्ट ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना माना है।

 ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने डोंगरगढ़ पुलिस से बहादुर समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस संबंध में डोंगरगढ़ थाना प्रभारी उपेन्द्र शाह ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि ट्रस्ट की ओर से उक्त संबंध में शिकायत की गई है। नवरात्रि के बाद मामले की जांच की जाएगी।

उधर भवानी बहादुर ने भी ‘छत्तीसगढ़’  से कहा कि पूजा के दौरान किसी भी तरह का आपत्तिजनक व्यवहार उनके द्वारा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों ने गर्भगृह तक साथ चलने को कहा। उन्होंने सवाल उठाया कि उस दौरान मंदिर के पुजारी और जिम्मेदार लोगों ने उन्हें क्यों नहीं रोका। भवानी बहादुर ने कहा कि कानूनी तरीके से वह इसका जवाब देंगे।


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