राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 सितंबर। डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी दर्शन करने पहुंचे बिछड़े श्रद्धालुओं को पुलिस ने उसके परिजनों से मिलाया। क्वांर नवरात्रि के दौरान डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी दर्शन के लिए आए 25 बच्चे, 7 युवक-युवती एवं 9 वृद्धजन कुल 41 लोगों को 4 दिनों में मेले की भीड़ में अपने परिजनों से बिछड़ गए थे, जिन्हें राजनांदगांव पुलिस द्वारा उन्हें ढूंढकर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार क्वांर नवरात्रि पर्व पर मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ रही है। राजनांदगांव पुलिस द्वारा इस दौरान 1000 से अधिक पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर यातायात व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरूस्त की गई है और क्षीरपानी में सीसीटीवी कन्ट्रोल रूम से उपर मंदिर से नीचे मंदिर तक के व्यू को लगातार देखकर मॉनिटरिंग कर रही है। डोंगरगढ़ मेला के दौरान कई श्रद्धालु जिनमें बच्चे, युवक और वृद्धजन अपने परिवार सहित मातारानी के दर्शन करने एवं मेला में घूमने आते हैं। जिसमें से कई लोग भीड़ में अपने परिजनों से बिछड़ जाते हैं।
ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को इसकी सूचना मिलते ही संचार साधनों का उपयोग कर इसकी जानकारी सभी अधिकारी-कर्मचारियों तथा मेला कन्ट्रोल व सीसीटीवी कंट्रोल रूम को दे दिया जाता है, जिसे मौके पर तैनात पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते उन्हें ढूंढकर उनके परिजनों तक पहुंचा रह हैं। अब तक विगत 04 दिनों में 25 बच्चे, 07 युवक-युवती एवं 09 वृद्धजन कुल 41 लोग मेले की भीड़ में गुम हो गए थे, जिन्हें राजनांदगांव पुलिस द्वारा अथक मेहनत कर उन्हें मेले के विभिन्न जगहों से उन्हें खोजकर सुरक्षित उनके परिजनों को सुपुर्द किया गया है।


