राजनांदगांव

पुलिस चौकी को थाना बनाने का प्रस्ताव सालों से पीएचक्यू में अटका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 सितंबर। राजनांदगांव शहर के पटरीपार स्थित चिखली पुलिस चौकी क्षेत्र में पिछले दिनों एकमुश्त तीन युवकों की हत्या की घटना ने पूरे इलाके में दहशत पैदा कर दी है। वहीं शहर के इस क्षेत्र में बढ़ती बसाहट के चलते भी अपराध का ग्राफ बढ़ा है।
चिखली इलाके में जिस तरह से अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम रही है। उसके पीछे एक और वजह यह है कि सालों से चिखली पुलिस चौकी को उन्नयन कर थाना का दर्जा देने का विभागीय प्रस्ताव पीएचक्यू में अटका पड़ा हुआ है। कोतवाली पुलिस के अधीन यह चौकी बढ़ती आबादी के दबाव के चलते सुरक्षा व्यवस्था को सम्हालने में नाकाम हो रही है। विभागीय स्तर पर इस स्थिति के लिए महकमे को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। चिखली पुलिस चौकी में स्टॉफ की भारी कमी भी अपराध को बढ़ावा देने में काफी हद तक जिम्मेदार हैं। इस संबंध में एएसपी राहुल देव शर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि चिखली पुलिस चौकी को थाना का दर्जा देने संबंधित प्रस्ताव दिया गया है। इस पर उच्चाधिकारी विचार करेंगे।
चिखली पुलिस के अंतर्गत संवेदनशील क्षेत्र माने जाने वाले कई बस्तियां है। जिसमें स्टेशनपारा, चिखली, शांतिनगर, शंकरपुर, मोतीपुर व बजरंगपुर नवागांव शामिल है। इन क्षेत्रों में आए दिन चाकूबाजी की घटनाएं आम बात हो गई है। आपसी रंजिश ने गैंगवार का शक्ल अख्तियार कर लिया है। चिखली पुलिस का स्टॉफ आदतन बदमाशों से जहां एक ओर निपट रहा है। वहीं चाकू से लैस नए युवक भी खूनी खेल में हाथ आजमा रहे हैं। चिखली पुलिस चौकी में स्टॉफ की किल्लत से थाना प्रभारी को कई बार असहज भी होना पड़ता है।
आपराधिक घटनाओं में लगाम कसने के साथ-साथ थाना स्टॉफ को राजनीतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों के लिए भी बल लगाने में सोंचना पड़ रहा है। राजनेताओं के आगमन के दौरान भी स्टॉफ का संकट व्यवस्था को कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में अड़चने खड़ा कर रहा है। चिखली चौकी के अधीन इलाकों में सिलसिलेवार आपराधिक घटनाएं होने से पुलिस आम लोगों के निशाने पर है।
जबकि पुलिस चौकी की समस्या को दूर करने ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं। कई दफे चिखली को चौकी से थाना का दर्जा देने के लिए राजनीतिक स्तर पर भी आवाज उठाई गई है। पुलिस हेडक्वार्टर में कुछ माह पहले बालोद एवं अन्य जिलों में नए थाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। जबकि जिले में चिखली समेत तुमड़ीबोड़, चिचोला व मोहारा पुलिस चौकी को थाना बनाने के लिए राज्य सरकार को पत्र व्यवहार लगातार किया जा रहा है। बहरहाल थाना का दर्जा मिलने से जहां चिखली पुलिस चौकी में नए पद सृजित होंगे। वहीं अपराध में गिरावट आने की भी पूरी उम्मीद है।