राजनांदगांव

मासूम को सांप ने डसा, इलाज के दौरान मौत
12-Sep-2025 3:51 PM
मासूम को सांप ने डसा, इलाज के दौरान मौत

राजनांदगांव, 12 सितंबर। घुमका थाना क्षेत्र के कोडिया गांव में गुरुवार को एक मासूम को जहरीले सर्प ने डस लिया। इलाज के दौरान उक्त मासूम की मौत हो गई। इस घटना से परिजन सदमे में है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घुमका थाना क्षेत्र के ग्राम कोडिया के रजक परिवार के एक मकान में दोपहर के समय एक तीन वर्षीय बालक सागर रजक खेल रहा था। इसी दौरान उसे एक जहरीले सर्प ने डस लिया। सर्प डसने की खबर के बाद परिजन उसे स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां एंटी स्नैक वेनम लगाया गया और उसे दुर्ग के सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान मासूम सागर ने दम तोड़ दिया। बताया गया कि उक्त मृत सागर रजक डीडी न्यूज संवाददाता परमानंद रजक का नाती था।

कमार बस्तियों तक बनाए जा रहे सडक़ों की गुणवत्ता पर जिपं सदस्य सृष्टि ने उठाए सवाल

महासमुंद,12सितंबर। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक.02 की सदस्य सृष्टि अमर चंद्राकर ने कमार जनजातियों के निवास (कमार डेरा) तक बनाए जाने वाली पक्की सडक़ों की गुणवत्ता व अपूर्णता पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर के कार्यकाल में जिपं क्षेत्र क्र.02 के पूर्व सदस्य अमर चंद्राकर के निवेदन पर इन मार्गों की स्वीकृति मिली थी। जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया। निर्माण अधूरे होने से पक्की सडक़ में सुगम आवागमन का लाभ कमार जनजातियों को नहीं मिल पा रहा है। सृष्टि ने कहा कि ग्राम खमतराई से कमारडेरा, कुहरी सिरपुर मोड से बासकुड़ा पट्टी नंबर 2 कमार बस्ती, ग्राम मरौद से कमारडेरा, आचानकपुर से कमार डेरा, ग्राम खड़सा से कमार डेरा, ग्राम अमलोर से कमार पारा, बंदोरा से खिरसाली कमारडेरा तक पक्की सडक़ निर्माण सहित जोबा पीढ़ी मार्ग की स्वीकृति पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर के कार्यकाल में मिली थी।

               श्रीमती चंद्राकर ने कहा कि कमार जनजाति के लोग अब भी जंगल की कच्ची पगडंडियों और पथरीले रास्तों से आवागमन करने विवश हो रहे हैं। खासकर बारिश के दिनों में उन्हें अधिक परेशानी होती है। कमार बस्तियों तक पक्की सडक़ बनाने मुख्य उद्देश्य विशेष पिछड़ी जनजाति कमारों को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोडऩा और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देना था। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते इस महत्वपूर्ण योजनाओं पर पानी फिर रहा है।

               सृष्टि ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण प्रधानमंत्री सडक़ योजना महासमुंद को पत्र प्रेषित कर उक्त समस्त स्वीकृत सडक़ों की गुणवत्ता जांच करने की मांग की है। उन्होंने पत्र के माध्यम से 7 दिन के भीतर जांच कार्रवाई कर सूचित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि समय रहते गुणवत्ता जांच नहीं कराई गई तो आने वाले समय में सडक़ें शीघ्र ही खराब हो जाएंगी और सार्वजनिक धन की हानि होगी।


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