राजनांदगांव

नवरात्र में भगदड़ व आपातकालीन स्थिति से निपटने जवानों ने की मॉकड्रिल
29-Aug-2025 4:06 PM
नवरात्र में भगदड़ व आपातकालीन स्थिति  से निपटने जवानों ने की मॉकड्रिल

जेबकतरों व संदिग्धों पर निगरानी रखने दी हिदायत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 29 अगस्त। नवरात्रि पर्व के मद्देनजर भीड़ एवं आपातकालीन स्थिति को लेकर डोंगरगढ़ रेल्वे स्टेशन में जवानों ने मॉकड्रील किया। मॉकड्रील में आपातकालीन स्थिति में भीड़ को नियंत्रण करने व पीडि़तों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का अभ्यास किया गया।

मॉकड्रील में  एसडीओपी,  थाना प्रभारी, आरपीएफ, जीआरपीएफ, स्टेशन मास्टर डोंगरगढ़ एवं बीडीएस टीम व चिकित्सकों सहित अन्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए। साथ ही स्टेशन में भीड़ की स्थिति में जेबकतरों, चैन स्नैचरों एवं अन्य संदिग्धों पर विशेष निगरानी रखने हिदायत दिया गया।

मिली जानकारी के अनुसार डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर में हर नवरात्र में देश-विदेश से श्रद्धालुओं द्वारा ज्योति कलश स्थापना करवाते हैं व नवरात्र में नौ दिन तक मेला का आयोजन किया जाता है। इसमें देश-विदेश से दर्शनार्थीगण मां बम्लेश्वरी देवी के दर्शन एवं मेला घूमने विभिन्न सासधनों से डोंगरगढ़ पहुंचते हैं। इसमें ट्रेन के साधन में अत्याधिक दर्शनार्थी डोंगरगढ़ पहुंचते हैं।

रेल्वे स्टेशन में काफी भीड़ की स्थिति बनी रहती है, जिसे ध्यान में रखते पुलिस महानिरीक्षक राजनंादगांव अभिषेक शांडिल्य, एसपी मोहित गर्ग एवं एएसपी राहुल देव शर्मा के आदेशानुसान 28 अगस्त को रेल्वे स्टेशन कालकापारा डोंगरगढ़ में डोंगरगढ़ एसडीओपी आशिष कुंजाम के नेतृत्व में थाना प्रभारी डोंगरगढ़ उपेन्द्र कुमार शाह, आरपीएफ निरीक्षक प्रशांत अल्डक, जीआरपी निरीक्षक दया कुर्रे, स्टेशन मास्टर डोंगरगढ़ गुरूचरण से_ी,  डीटीआई हरिहर राणा, डॉ. योगेश कन्नौजे सीएचसी डोंगरगढ़, बीडीएस टीम राजनांदगंाव, फायर ब्रिगेड एवं अन्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी समन्वय स्थापित कर नवरात्रि पर्व एवं अन्य समय में आपातकालीन की स्थिति व भीड़ को नियत्रंण करने, आगजनी एवं घायल पीडि़तों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने मॉकड्रील किया।

मॉकड्रील के दौरान रेलवे स्टेशन में अचानक आग लग जाने से अत्यधिक भीड़ के कारण अचानक भगदड़ जैसी स्थति उत्पन्न होने पर कैसे तत्काल आपातकालीन नंबरों एवं संबंधित विभागों को सूचना दी जाती है, कैसे में कैसे काबू पाया जाता है, घायल पीडि़तों को कैसे तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है।

घटनास्थल को कैसे सुरक्षित करना है एवं अन्य के संबंध में मॉकड्रील मार्कडील कर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारी को प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही भीड़ की स्थिति में जेब कतरों, चेनस्केचनरों व अन्य संदिग्धों पर विशेष निगरानी रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।


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