राजनांदगांव
आरोपी सायबर फ्राड सेंटरों को उपलब्ध कराता था फर्जी सिम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 अगस्त। कंबोडिया और दुबई स्थित सायबर फ्रॉड सेंटरों को डिजिटल अरेस्ट के लिए फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। डिजिटल अरेस्ट के इंटरनेशल गिरोह के एक सायबर ठग को नागपुर से गिरफ्तार किया।
मिली जानकारी के अनुसार 1 से 12 अगस्त 25 तक मोबाइल नंबर व्हाट्सअप यूजर द्वारा स्वयं को फर्जी तरीके से ईडी का अधिकारी बताते पीडि़ता के बैंक खाता का उपयोग मनी लाउंड्रींग के लिए होना बताया व गिरफ्तारी व कस्टडी से बचने के लिए डिजिटल अरेस्ट के लिए लगातार वीडियो कॉल से बने रहने का दबाव बनाया। आरोपियों के अन्य साथियों द्वारा भी वीडियो कॉल के दौरान पीडि़ता को प्रभावित करने फर्जी तरीके से ईडी के डायरेक्टर तथा ईडी का जज बनकर बात किया।
कानूनी कार्रवाई से बचने पीडि़ता के यूनियन बैंक के खाता में उपलब्ध 25 लाख रुपए को एचडीएफसी बैंक खाता में डिपाजिट करने कहा, जिस पर पीडि़ता डर के कारण यूनियन बैंक जाकर आरोपियों के झांसे में आकर 25 लाख रुपए चेक के माध्यम से आरोपियों द्वारा दिए गए बैंक खाता में डिपाजिट कर दिया। प्रार्थिया को ठगी का अहसास होने के पश्चात रिपोर्ट दर्ज कराने पर थाना बसंतपुर में अपरध क्रमांक 363/25 धारा 318(4), 319(2), 3(5) भारतीय न्याय संहिता 66(सी), 66(डी) आईटी एक्ट पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार एवं बसंतपुर थाना प्रभारी निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर आरोपियों की पतातलाश करने हेतु टीम गठित किया गया। पुलिस टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्य के आधर पर नागपुर पहुंचकर नागपुर निवासी महिला से पूछताछ किया गया। बताया गया कि जनवरी 2025 में उसके मोहल्ले के पास एयरटेल कंपनी का एजेंट एक व्यक्ति छतरी टैंट लगाकर मोबाइल सिमट पोर्ट करने व फ्री में रिचार्ज करने के बहाने उसके आधार कार्ड, फोटो आदि व्यक्तिगत जानकारी का दुरूपयोग कर उसकी जानकारी के बगैर उसके नाम पर सिम एक्टिव कर अपने पास रख लेना बताई। पतासाजी के दौरान एयरटेल पीओएस एजेंट गुणवंत रामराव मते संचालक गुनू मोबाईल (कलमना मार्केट यार्ड हनुमान मंदिर के पास नागपुर महाराष्ट्र) की संलिप्तता पाई गई। उसने अपराध स्वीकार किया कि उसने फर्जी सिम सक्रिय कर आरोपी द्वारा बेचे गए मोबाइल सिम का दुरूपयोग सायबर धोखाधड़ी के लिए कबोडिया और दुबई स्थित कॉल सेंटर में उपयोग किया जाता था। आरोपी द्वारा अपने अन्या साथियों को 1500 रुपए प्रति सिम कमीशन में बेचा था। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर 28 अगस्त को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।


