राजनांदगांव

ऑपरेशन थियेटर में महिला चिकित्सक ने नर्स को मारा थप्पड़
05-Aug-2025 4:12 PM
ऑपरेशन थियेटर में महिला चिकित्सक ने नर्स को मारा थप्पड़

बदसलूकी करने वाली चिकित्सक के बजाय अधीक्षक ने नर्स और स्वास्थ्य संघ से माफी मांगी

नांदगांव मेडिकल कॉलेज

‘छत्तीसगढ़’  संवाददाता

राजनांदगांव, 5 अगस्त। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में एक महिला चिकित्सक ने आपरेशन थियेटर  (ओटी) में एक महिला स्टॉफ नर्स को जोरदार थप्पड़ रसीद कर दिया। चिकित्सक के द्वारा हाथ उठाने की घटना से नाराज स्टॉफ नर्सों ने फौरन कामकाज बंद कर दिया। नर्सों ने कॉलेज अधीक्षक अतुल देशकर के कक्ष का घेराव कर दिया। घटना सोमवार दोपहर की है।

महिला चिकित्सक पर स्टॉफ नर्स और अन्य सह-कर्मियों ने बदसलूकी का आरोप लगाया है। नर्सों का दावा है कि महिला चिकित्सक सुनिता मेश्राम आए दिन ओटी में सहकर्मियों के साथ शक्ल नहीं देखने, यहां से चले जाने जैसी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करती है। इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन को शिकायत की गई थी। उस शिकायत को प्रबंधन ने नजर अंदाज रखा। नतीजतन महिला चिकित्सक के हौसले बुलंद होते गए और उसने ओटी में नर्स को तमाचा जड़ दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक सर्जरी विभाग की ओटी में सोमवार को दोपहर लगभग 1 बजे सुनिता मेश्राम अन्य चिकित्सकों और पीडि़त नर्स के साथ आपरेशन कर रही थी। इस बीच किसी बात को लेकर  स्टॉफ नर्स दामिनी देशमुख को थियेटर में थप्पड़ मार दिया। बताया जा रहा है कि एक मरीज पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंचा था और उसी का आपरेशन चल रहा था। स्टॉफ नर्स को थप्पड़ मारने की जानकारी सामने आने के बाद स्वास्थ्य कर्मचारी संघ और मेडिकल कॉलेज की नर्सों ने कामकाज बंद कर अधीक्षक कार्यालय में धावा बोल दिया।

बताया जा रहा है कि डॉ. सुनिता मेश्राम का व्यवहार सहकर्मियों को लेकर हमेशा से अनुचित रहा है। अधीक्षक से चर्चा के दौरान कई नर्सों ने अपने साथ हुए दुव्र्यवहार को लेकर भी जानकारी दी। प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के उप प्रांताध्यक्ष केएल धनकर और जिलाध्यक्ष लभेश पगारे ने भी अधीक्षक से फौरन इस मामले में महिला चिकित्सक के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की। संघ ने कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में कामकाज बंद करने की चेतावनी दी है। महिला चिकित्सक की ओर से अब तक सार्वजनिक रूप से पीडि़ता से माफी नहीं मांगी गई है। यह चर्चा है कि अधीक्षक से महिला चिकित्सक ने स्टॉफ नर्स को थप्पड़ मारने की बात को फोन में स्वीकार भी किया है।

जांच कमेटी सौंपेगी रिपोर्ट,

एक सदस्य कमेटी से हटा

अधीक्षक डॉ. देशकर ने इस घटना को लेकर एक जांच कमेटी का गठन किया है। 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जिसमें से एक चिकित्सक डॉ. पवन जेठानी ने कमेटी से खुद को पृथक कर लिया है। बताया जा रहा है कि मामले को एक तरह से लटकाने की नीयत से ही कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में शामिल सदस्य में से तीन चिकित्सक समेत लिपिकीय विभागीय एक बाबू को भी शामिल किया गया है। जबकि संघ ने अपनी टीम से एक नाम जांच कमेटी में शामिल करने की मांग की थी। संघ के अध्यक्ष पगारे का कहना है कि मामले में उचित न्याय मिलने की संभावना कम है, क्योंकि अधीक्षक ने जांच कमेटी में मेडिकल कॉलेज के ही प्रमुख लोगों को रखा है। जांच कमेटी में डॉ. निर्मल वर्मा, डॉ. टोप्पो समेत अन्य स्टॉफ शामिल हैं।

महिला चिकित्सक के बजाय

अधीक्षक ने मांगी माफी

ऑपरेशन थियेटर में नर्स को थप्पड़ मारने की आरोपी महिला चिकित्सक डॉ. सुनिता मेश्राम का अडिय़ल रवैये इस कदर परेशानी का कारण बना कि अधीक्षक डॉ. अतुल देशकर को मामले को शांत करने के लिए स्वयं को झुकना पड़ गया। उन्होंने नर्सों से मेडिकल कॉलेज की छवि बदनामी के डर से स्वयं माफी मांगी। जबकि महिला चिकित्सक का व्यवहार  में नरमी नहीं आई है। बताया जा रहा है कि वह एक भाजपा महिला नेत्री और कोरबा में पदस्थ एक चिकित्सक की रिश्तेदार है। जिसका धौंस दिखाकर वह घटना को लेकर अभी भी अड़ी हुई है। उन्होंने कई चिकित्सकों को यहां तक कह दिया कि उनका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है, जो भी मामला आएगा उसे दखेंगे।


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