राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जुलाई। नगर निगम नेता प्रतिपक्ष संतोष पिल्ले ने भाजपा सरकार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विधानसभा में आवाज दबाने ईडी द्वारा उसके घर में छापा मरवाने व उनके सुपुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार करने को घोर निंदनीय बताते इस कृत्य की तीव्र निंदा की है।
नेता प्रतिपक्ष श्री पिल्ले ने कहा कि यह सब कृत्य विधानसभा में पूर्व सीएम के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही विष्णुदेव साय सरकार अपने पोल खोलने वाले भूपेश बघेल की आवाज को दबाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम बघेल ने प्रदेश में जो छत्तीसगढिय़ावाद चलाया। उससे भाजपा के लोग डरे हुए हैं और श्री बघेल द्वारा चलाई गई योजना को एक-एक कर बंद कर दिया गया है, जो छत्तीसगढ़ जनता के खिलाफ घोर अन्याय है। प्रदेश की जनता भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार को कभी माफ नहीं करेगी।
श्री पिल्ले ने कहा कि प्रदेश की साय सरकार रिमोट से चल रही है। पर्दे के पीछे से इसे कोई और चला रहा है। यही वजह है कि प्रदेश हित में कोई फैसला नहीं हो पा रहा है। महतारी वंदन चलाकर महिलाओं को गुमराह करने का काम किया गया है। महिलाओं के खाते में पैसा नहीं आ रहा और न आवेदन भरवा महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जा रहा है। यहां तक कि इस डबल इंजन की सरकार में कर्मचारियों को वेतन तक नहीं मिल पा रहा। इससे यहां की जनता त्रस्त होती जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ईडी की हरकतों पर ले संज्ञान- आफताब
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सुपुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार करने पर कांग्रेस नेता आफताब आलम भी भडक़ गए हैं। उन्होंने अपने तीखी प्रतिक्रिया में ईडी के रवैये को एक साजिश के तहत उठाया गया कदम करार दिया है। आलम ने कहा कि चैतन्य बघेल एक गैर राजनीतिक व्यक्ति हैं।
पूर्व सीएम के सुपुत्र की गिरफ्तारी दरअसल ईडी की कांग्रेसी नेताओं को डराने की एक सोची-समझी रणनीति है। आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को केंद्रीय एजेंसी ईडी की हरकतों पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। ईडी सिर्फ कार्रवाई के नाम पर छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेताओं में भयदोहन करने का काम कर रही है। छत्तीसगढ़ की जनता इस तरह की हरकतों को कभी भी स्वीकार नहीं करेगी।