राजनांदगांव

सभी नमूने जंग रहित पाए गए, ब्लेड की पैकिंग उपयुक्त दोषी पाए जाने पर निर्माता पर होगी अनुबंध के शर्तों के अनुसार कार्रवाई
दोषी पाए जाने पर निर्माता पर होगी अनुबंध के शर्तों के अनुसार कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12जुलाई। महासमुंद मेडिकल कॉलेज में लूज पैकेजिंग और जंक लगे सर्जिकल ब्लेड मिलने और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के द्वारा प्रबंध संचालक को शिकायत की खबर प्रकाशन के बाद इसका बड़ा असर सामने आया है। इस खबर को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बतौर सावधानी प्रदेश भर में उस बैच नंबर के सर्जिकल ब्लेड के उपयोग पर रोक लगा दी है। साथ ही उस कंपनी के अन्य बैचों के सर्जिकल ब्लेड की जांच करा रही है। इस मामले में स्पष्टीकरण जारी करते हुए छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड का कहना है कि संज्ञान में आया है कि कुछ मीडिया संस्थानों में यह खबर प्रकाशित है। साथ ही जिला स्तर पर विभाग प्रमुखों ने भी संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं एवं संचालनालय चिकित्सा शिक्षा को पत्र लिखकर जंग लगे ब्लैड और चाकू जैसे जरुरी वैपनों के बारे में जानकारी दी है और सभी उपलब्ध बैचों की जांच हेतु विषय विशेषज्ञों की एक संयुक्त टीम गठित करने का अनुरोध किया है। जांच के आधार पर निर्माता कंपनी को नोटिस जारी कर उसकी जवाबदेही सुनिश्चित की गई है।
विभागीय जानकारी अनुसार प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि संबंधित उत्पाद की पैकिंग और स्थिति वितरण के समय संतोषजनक थी। मेडिकल कालेज अस्पताल महासमुंद को वेयरहाउस में उपलब्ध बैच जी 409 के सर्जिकल ब्लेड भेजी गई थी। जिला स्तर के अधिकारियों की शिकायत के बाद उसकी सघन जांच की गई। जिसमें यह पुष्टि हुई कि सभी नमूने जंग रहित पाए गए और ब्लेड की पैकिंग उपयुक्त पाई गई। लेकिन संचयन एवं हैंडलिंग में संभावित त्रुटि की संभावना को भी जांच के दायरे में लिया गया है।
महासमुंद ड्रग वेयरहाउस के सहायक प्रबंधक द्वारा इसी बैच के सर्जिकल ब्लेड प्राप्त करने वाले अन्य तीन अन्य संस्थानों सीएचसी छुरा,सीएचसी बागबहरा एवं सीएचसी बसना से संपर्क कर स्थिति की पुष्टि प्राप्त की गई है।
तीनों संस्थानों ने सूचित किया है कि उन्हें प्राप्त ब्लेड सही स्थिति में हैं, कहीं भी जंग नहीं पाई गई और ब्लेड प्रयोग योग्य हैं तथा किसी प्रकार की गुणवत्ता संबंधी कोई समस्या नहीं है। बैच जी 409 के सर्जिकल ब्लेड राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमित स्वास्थ्य केन्द्रों में वितरित किए गए हैं। परंतु अब तक महासमुंद को छोडक़र राज्य के अन्य किसी अन्य संस्थान से इसको लेकर कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
मालूम हो कि सीजीएमएससीएल राज्यभर में लाखों चिकित्सीय सामग्री की सतत आपूर्ति करता है और गुणवत्ता नियंत्रण उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
प्राप्त शिकायत को पूर्ण पारदर्शिता एवं गंभीरता से लेते हुए संबंधित बैच के उपयोग पर प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रोक लगाई गई है और सर्जिकल ब्लेड के उपलब्ध सभी बैचों की पुन: जांच की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।
कहा है कि यदि जांच में निर्माता दोषी पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध अनुबंध की शर्तों के अनुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। सीजीएमएससीएल ने आमजन को आश्वस्त किया है कि वह राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वास और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु संकल्पबद्ध है तथा ऐसे मामलों में जीरो टालरेंस की नीति का पालन करता है।