राजनांदगांव

बम्लेश्वरी के पहाड़ में चट्टान गिरने से पीछे की सीढिय़ां क्षतिग्रस्त
11-Jul-2025 3:56 PM
बम्लेश्वरी के पहाड़ में चट्टान गिरने से पीछे की सीढिय़ां क्षतिग्रस्त

खूबसूरती के नाम पर निर्माण कार्य से गिरा चट्टान, लगातार हो रही घटनाएं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 11 जुलाई। मां बम्लेश्वरी के ऊपर स्थित मंदिर के पीछे स्थित सीढिय़ों में एक विशालकाय चट्टान गिर गया। सीढिय़ों को जबर्दस्त नुकसान पहुंचा है। घटना 7 जुलाई की है। सीढिय़ों के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। लगातार हुई बारिश से एक मजबूत चट्टान सीधे पीछे स्थित सीढिय़ों में लुढक़कर गिर गया। हालांकि उस दौरान आवाजाही नहीं थी। पीछे स्थित सीढिय़ों में दर्शनार्थियों की नगण्य रूप से उपस्थिति रहती है, लेकिन हादसे के दौरान सीढिय़ों में आवाजाही बंद थी। जिससे जनहानि नहीं हुई।

बताया जा रहा है कि पहली बार मां बम्लेश्वरी के ऊपर स्थित मंदिर में चट्टान के गिरने की घटना हुई है। इसके पीछे अलग-अलग तर्क दिया जा रहा है। वन अमला इसे प्राकृतिक आपदा के रूप में देख रहा है। जबकि पर्यावरण विद मंदिर के पहाड़ में हो रहे निर्माण कार्य को घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। गौरतलब है कि लगातार राज्य और केंद्र सरकार की अलग-अलग योजनाओं से पहाड़ को खूबसूरत बनाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है।

केंद्र जहां प्रसाद योजना के तहत कई तरह के निर्माण कार्य के लिए राशि प्रदान की है। वहीं वन विभाग ने भी पहाड़ के निचले हिस्सों में सीसी रोड़ के जरिये एक परिक्रमा रूट तैयार किया है। घटना के चलते दर्शनार्थियों में दहशत पैदा हुई है। बताया जा रहा है कि विशालकाय चट्टान के सीढिय़ों से टकराने के बाद पहाड़ के नीचे बसे बाशिंदों को एक जोरदार आवाज भी सुनाई दी। जिसके चलते वहां कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई थी। बारिश के कारण चट्टान गिरने की जानकारी मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया। सीढिय़ों से पत्थर हटाने के लिए वन अमले को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच चट्टान गिरने के चलते पहाड़ में स्थित कई पेड़ धराशाही भी हुए हैं। पेड़ों को वन अमला ने सीढिय़ों से हटा दिया है। चट्टान गिरने की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने भी ट्रस्ट के पदाधिकारियों से चर्चा की है। ट्रस्ट द्वारा सीढिय़ों का मरम्मत कराया जा रहा है। 


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