राजनांदगांव

माहभर चलेगा शांतिपूर्वक प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनंादगांव 2 जुलाई। बिहार के गया स्थित बौद्ध मठ को विशुद्ध रूप से बौद्ध धर्मावलंबियों को एकाधिकार दिलाने के लिए महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन में राज्यभर के बौद्ध अनुयायी सिलसिलेवार धरना में शामिल हो रहे हैं। राज्य स्तरीय आंदोलन में राजनांदगांव में एक जुलाई से प्रारंभ हुई है। 31 जुलाई तक अलग-अलग क्षेत्रों के बौद्ध अनुयायी धरना में शामिल होंगे। आंदोलन के जरिये बौद्ध अनुयायी महत्वपूर्ण रूप से 1949 बीटी एक्ट को समाप्त करने तथा पूर्ण रूप से बौद्धगया मठ को बौद्ध धर्मगुरूओं के हवाले करने की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय कलेक्टोरेट परिसर के सामने मंगलवार से शुरू हुए धरना में समाज की ओर से केंद्र और राज्य सरकार से गैर बौद्ध समाज के मठ में बढ़ते अतिक्रमण को तत्काल खत्म करने तथा बौद्ध धर्मगुरूओं को मठ की जिम्मेदारी प्रदान करने के लिए आवाज उठा रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे बौद्ध भिक्षुओं और सामाजिक लोगों का कहना है कि बौद्धगया मठ समाज की धरोहर है। यहां गैर बौद्ध समाज के लोगों की दखल पूरी तरह से खत्म होनी चाहिए। ऑल इंडिया बौद्धिष्ठ फोरम छत्तीसगढ़ के बैनर तले समाज के अलग-अलग विंगों के प्रमुखों ने आंदोलन को सहमति दी है। 29 जुलाई को बौद्धगया के संचालन को लेकर एक फैसला कानूनी रूप से आएगा। इसी के परिप्रेक्ष्य में समाज की ओर से प्रांतव्यापी माहभर के अंादोलन की शुरूआत की गई है।