राजनांदगांव

10 साल पुरानी रंजिश पर दोहरी हत्या, मुख्य आरोपी ने दी थी सुपारी
13-Jun-2025 3:23 PM
10 साल पुरानी रंजिश पर दोहरी हत्या, मुख्य आरोपी ने दी थी सुपारी

अलग-अलग जगहों पर फेंकी थी लाश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 13 जून। बोरतलाव क्षेत्र के ग्राम बागरेकसा जंगल और बागनदी क्षेत्र के ग्राम सीतागोटा-बोईरटोला मार्ग पुल के नीचे दो लोगों की हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया गया कि 10 वर्ष पुरानी रंजिश को लेकर मुख्य आरोपी ने हत्या का प्लान बनाकर मृतकों को शराब पिलाकर घटना को अंजाम दिया। मुख्य आरोपी द्वारा हत्या के लिए एक लाख रुपए की सुपारी दी थी। आरोपियों द्वारा मृतकों के शव को छिपाने के लिए अलग-अलग जगहों पर फेंका था। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने घटना के दौरान पहने कपड़े को जलाया और घटना में प्रयुक्त लोहे का राड को तालाब में और मृतकों के मोबाइल को जंगल में फेंका था। घटना में प्रयुक्त वाहन को पुलिस ने जब्त किया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 6 जून को बोरतलाव थाना क्षेत्र के ग्राम बागरेकसा जंगल रास्ते में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर मर्ग कर जांच शुरू की। मृतक की पहचान सूरज सेन 23 वर्ष निवासी सहसपुर दल्ली खैरागढ़ जिला के रूप में हुई थी। पीएम रिपोर्ट के आधार पर मृतक की मृत्यु किसी भारी वस्तु, पत्थर से वार कर हत्या करने के फलस्वरूप होने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने मर्ग जांच पर थाना बोरतलाव में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 27/27, धारा 103(1) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना कार्रवाई किया जा रहा था।

इसी तरह विवेचना के दौरान ही 8 जून को बागनदी थाना क्षेत्र के ग्राम सीतागोटा-बोईरटोला मार्ग पुल के नीचे पुन: एक करीब 3-4 दिन पुरानी सड़ी-गली  अज्ञात शव मिलने की सूचना पर बागनदी पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच कार्रवाई शुरू की थी। मृतक की पहचान आलोक उर्फ मिंटू वर्मा 31 वर्ष निवासी सहसपुर दल्ली खैरागढ़ जिले के रूप में हुई थी। पीएम रिपोर्ट के आधार पर मृतक की मृत्यु किसी भारी वस्तु/ पत्थर से वार कर हत्या करने की जानकारी मिली थी। बागनदी थाना में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 08/25, धारा 103(1), 238 बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना कार्रवाई की जा रही थी।

मिली जानकारी के अनुसार दोनों प्रकरणों की विवेचना के दौरान दोनों मृतकों का आपस में संबंध होने एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्य अनुसार उक्त दोनों प्रकरण आपस में संबंधित व गंभीर होने से प्रकरण को गंभीरता से लेते सायबर सेल प्रभारी विनय पम्मार, बोरतलाव थाना प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र शाह एवं बागनदी थाना प्रभारी निरीक्षक विजय मिश्रा के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की पतातलाश की जा रही थी।  साक्ष्य एवं तकनीकी आधार पर आरोपियों की पहचान कर आरोपी खिलावन वर्मा निवासी बिच्छीटोला डोंगरगढ़, अजहर खान उर्फ विक्की व इकबाल खान दोनों निवासी डोंगरगढ़ को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया।

 दिया था 20 हजार एडवांस

आरोपी खिलावन वर्मा ने पुलिस को बताया कि मृतक आलोक वर्मा उर्फ मिन्टू द्वारा पूर्व में वर्ष 2016 में उसके 09 वर्षीय भतीजे जितेन्द्र वर्मा निवासी बिच्छीटोला की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या के प्रकरण में मृतक आलोक जेल में रहकर 2 वर्ष पहले छुटकर आया था, जो अपने पैतृक जमीन बेचकर ग्राम सहसपुर दल्ली में रह रहा था। जेल से छूटने के बाद डोंगरगढ़ तरफ  घूमने जाकर आरोपी खिलावन को देखकर चिढाने की हरकत करता था। इसी रंजिश  के चलते आरोपी खिलावन के मन में बदला लेने की भावना उत्पन होने से एक माह पूर्व आपने अन्य साथी अजहर खान एवं इकबाल खानके साथ मिलकर आलोक की हत्या की योजना बनाई। आरोपी खिलावन  द्वारा हत्या करने आरोपी अजहर एवं इकबाल को एक लाख रुपए देने की बात कही थी और बीस हजार रुपए नगद एडवांस दिया था।

मृतकों को योजनानुसार बिठाया वाहन में

बीते 5 जून को आरोपी खिलावन अपनी कार से अपने साथी अजहर व इकबाल को बिठाकर सहसपुर दल्ली गए।  योजनानुसार मृतक आलोक को किसी बहाने से अपने पास बुलाए। आलोक साथ उसका साथी सूरज सेन आरोपियों के पास पहुंचा। आरोपियों द्वारा दोनों को कार में बैठाकर खैरागढ़ तरफ शराब भ_ी जाकर शराब लिए और सभी कार में ही बैठकर तीनों आरोपी अजहर, खिलावन व इकबाल एक राय होकर राड़ से आलोक एवं सूरज की हत्या कर मृतक आलोक एवं घायल सूरज सेन को आरोपियों द्वारा कार में भरकर मृतकों के मोबाइल को बंद कर चलते कार से कहीं फेंक दिया। उसके बाद सीतागोटा-बोईरटोला के बीच रास्ते में पुलिस के नीचे में आलोक  के शव को पुन: पत्थर से वार कर चोंट पहुंचाकर तीनों आरोपियों द्वारा छिपा दिया गया। उसके बाद रात्रि में ही घायल सूरज सेन को लेकर बागरेकसा होते चटरा जंगल मैन रोड़ में कार से नीचे उतारकर उसके सिर को लोहे के राड़, हाथ में पहने चूडे से लगातार मारकर उसको कार से सिर के बल पक्की रोड़ में पटक दिया  और चेहरा में पत्थर पटक कर हत्या कर दी।

आरोपियों ने स्वीकार किया जुर्म

घटना के बाद आरोपियों द्वारा खून लगे कपड़े को भेजराटोला तालाब के पास जला दिए और तालाब में नहाए। खून लगे लोहे के राड, चूड़ा को भी उसी तालाब में फेंक दिया। घटना में प्रयुक्त कार में लगे सीट कव्हर को भी आरोपियों द्वारा जला दिया गया। घटना के बाद 6 जून को सुबह करीब पांच बजे आरोपी खिलावन द्वारा अपने साथी आरोपी अजहर और विक्की को कुछ पैसे देकर ट्रेन में बैठाकर अजमेर राजस्थान भेज दिया था। अजमेर राजस्थान से वापस डोंगरगढ़ आकर लुकछिप रहा था, जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर 12 जून को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमांड पर पेश किया गया।


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