राजनांदगांव

उच्चस्तरीय जांच व दोषियों के खिलाफ जुर्म दर्ज करने की मांग
03-Jun-2025 3:49 PM
उच्चस्तरीय जांच व दोषियों के खिलाफ जुर्म दर्ज करने की मांग

छग पैरेंटस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 3 जून। छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पाल ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर गंभीर प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन कर जांच कराने और दोषियों के विरूद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग रखी।

छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पाल ने 2 जून को ज्ञापन सौंपते कहा कि शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल गंजपारा राजनांदगांव यूडाईस कोड नं. 22091100101 के कक्षा चौथी का जो रिजल्ट बच्चों को दिया गया है, उसमें स्कूल का नाम शासकीय अंग्रेजी माध्यम प्रायमरी स्कूल जिला राजनंादगांव जिसका यूडाईस कोड नं. 22091100101 उल्लेखित है। जबकि 5वीं जिसका रिजल्ट अब पालकों को दिया गया गया है। जिसमें स्कूल का नाम शासकीय प्राथमिक शाला नं. 6 गंजपारा राजनंादगांव जिसका यूडाईस कोड नं. 22091100101 उल्लेखित है और स्कूल का माध्यम अंग्रेजी बताया गया है। जिसमें प्रवास सिंह बघेल अध्यक्ष जिला केंद्रीयकृत परीक्षा समिति राजनंादगांव और आदित्य खरे सचिव जिला केंद्रीयकृत परीक्षा समिति राजनांदगांव के हस्ताक्षर हैं।

यह कि यूडाईस वेबसाईड में जाकर स्कूल की जानकारी चेक किया तो पता चला कि इस स्कूल का नाम शासकीय प्राथमिक शाला नं. 6 बालक गंजपारा राजनांदगांव यूडाईस कोड़ नं. 22091100101 है। स्कूल का माध्यम हिन्दी उल्लेखित है, यानी यह स्कूल को जिस नाम से स्कूल संचालित करने की अनुमति मिली है वह शासकीय प्राथमिक शाला नं. 6 बालक गंजपारा राजनांदगांव है। जिसका यूडाईस कोड नं. 22091100101 है। जिसका माध्यम हिन्दी है।

 

श्री पाल ने कहा कि यानी इस स्कूल को शासन से और यूडाईस से हिन्दी माध्यम में स्कूल संचालित करने की अनुमति मिली है। जिसका नाम शासकीय प्राथमिक शाला नं. 6 बालक गंजपारा राजनांदगांव है। जिसका यूडाईस कोड नं. 22091100101 है। जबकि पालकों और बच्चों को यह बताया जा रहा है कि यह स्कूल अंग्रेजी माध्यम में संचालित होने की अनुमति प्राप्त है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा  बच्चों को फर्जी प्रमाण पत्र देकर उनके साथ धोखाधड़ी किया जा रहा है। संगठित रूप से जानबूझकर सुनियोजित ढंग से षडयंत्र के तहत बच्चों के जीवन व भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।


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