राजनांदगांव

एसपी ने वन विभाग और प्रबंधकों की ली बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में वनोपज के संग्रहण व परिवहन कार्य में सुरक्षा संबंधी निर्देशों के तहत वन विभाग और प्रबंधकों की बैठक खैरागढ़ एसपी ने ली। बैठक में कहा गया कि माओवादियों के किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं करने, साथ ही सहयोग करने पर यूएपीए के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी। इसके अलावा तेन्दूपत्ता संग्राहक अपनी आबंटित यूनिट की संपूर्ण जानकारी यूनिट अंतर्गत संबंधित थाना व चौकी में दर्ज करवाने, तेन्दूपत्ता संग्राहक अपनी यूनिट में लगे समस्त अधिकारी-कर्मचारियों को अपने फर्म का आईडी कार्ड जारी करने के निर्देश दिए।
मिली जानकारी के अनुसार खैरागढ़ जिले के एसपी कार्यालय में एसपी त्रिलोक बंसल ने उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय प्रदीप येरेवार, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स/ रक्षित केंद्र रमेश चंद्रा, एसडीओपी फारेस्ट अमरीतलाल खुंटे, निरी. अम्बरीश शर्मा प्रभारी नक्सल सेल की उपस्थिति में जिले के संग्रहण-परिवहन कार्य, विभिन्न फर्म, एजेंसी के प्रबंधकों व वन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। एसपी ने कहा कि पूर्व में तेन्दूपत्ता माओवादियों के फंडिंग का मुख्य आय का स्रोत हुआ करता था एवं वर्तमान में शासन की मंशानुरूप मार्च 2026 के पहले माओवादियों का खात्मा करने के उद्देश्य से माओवादी बौखलाए हुए हैं।
एसपी ने कहा कि प्रत्येक ठेकेदार अपने यूनिट हेडक्वार्टर में कार्यरत व्यक्तियों की संपूर्ण जानकारी यूनिट अंतर्गत लगने वाले थाना व चौकी में जमा करेंगे। साथ ही एक सूची पुलिस अधीक्षक कार्यालय केसीजी में जमा करेंगे। इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बिना अनुमति के नगद राशि जंगल क्षेत्रों में नहीं ले जाने की हिदायत दी। गैर सूचना पर राशि सहित तेन्दूपत्ता संग्राहक एवं उसके कर्मचारी पुलिस चेकिंग के दौरान पकड़ा जाता है तो उनके विरूद्व वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स रमेश कुमार चंद्रा ने कहा कि तेन्दूपत्ता सीजन में आवश्यक सुरक्षा सावधानी बरतने व माओवादियों की किसी प्रकार की सूचना मिलने पर नजदीकी पुलिस थाना में संपर्क करने बताया गया। इस अवसर पर नक्सल सेल प्रभारी निरी. अम्बरीश शर्मा, फारेस्ट रेंजर, प्र. आर. आशीष वर्मा एवं तेन्दूपत्ता संग्राहक के प्रतिनिधि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।