राजनांदगांव

सामाजिक सरोकारों से जुड़ी योजनाओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता- विजय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 मार्च। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह गुरुवार को पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम राजनांदगांव में आयोजित नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि सम्मेलन एवं आवास मेला कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, महापौर मधुसूदन यादव, अध्यक्ष जिला पंचायत किरण वैष्णव विशेष रूप से उपस्थित थे।
विस अध्यक्ष डॉ. सिंह ने नवनिर्वाचित सभी जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच व पंचों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जिले में सबसे अधिक जनजागरूकता यहां है और पंचायती राज क्षेत्र में यह परिलक्षित हो रहा है। जिले में कुपोषण दर को कम करने में जिस प्रकार सहयोग की भावना से कार्य किया गया है, उसी का प्रतिफल है कि यहां 60 प्रतिशत से अधिक कुपोषण से मुक्त हुआ है। इसके लिए महिलाओं की बैठक लेकर उन्हें जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां की जागरूकता के फलस्वरूप जिले में पंचायत चुनाव के दौरान 87.76 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां जो भी सरपंच व पंच निर्वाचित हुए है, उनमें करीब 80 प्रतिशत महिलाएं निर्वाचित होकर आयी है, यह उनमें नेतृत्व की भावना पैदा करता है। महिला सशक्तिकरण का सबसे अच्छा उदाहरण यह है कि राजनांदगांव जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष दोनों ही पदों पर महिला निर्वाचित हुई है, जो प्रदेश के लिए उदाहरण है।
विस अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा है और हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। पिछले कुछ समय में आवास निर्माण का कार्य अवरूद्ध था, लेकिन वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य को स्वीकृत कर पूरा किया जा रहा है। प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 18 लाख आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई है और इन सभी पर काम चल रहा है। वर्ष 2016-17 से लेकर 2022-23 तक जहां कुल 27 हजार 64 आवास निर्माण किए गए थे, वहीं वर्ष 2024-25 में 34 हजार 700 आवासों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता के लिए सर्वे का कार्य चल रहा है।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नवनिर्वाचित सभी जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच व पंचों को शुभकामनाएं देते कहा कि पंचायतों के निर्वाचित सदस्य अपने-अपने संकल्प एवं दायित्वों को पूरा करने का प्रयत्न करें। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से जुड़ी योजनाओं पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है। अधोसंरचना निर्माण के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, सुपोषण पर भी ध्यान केन्द्रित करना है। प्रदेश के गांवों को उद्योग के केन्द्र बनाएं, ग्रामीण युवाओं को कौशल विकास उन्नयन से जोड़े और उन्हें रोजगार उन्नमुखी बनाएं। इसके अलावा पात्र हितग्राहियों के खाद्यान्न सुरक्षा अंतर्गत राशन कार्ड, स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान कार्ड भी बनवाने में सहयोग करें। जनप्रतिनिधि अलग सोंच के साथ अपने पंचायत क्षेत्र सहित आम जनता की भलाई के लिए प्रयत्नशील रहे। उन्होंने कहा कि पंचायत, जनपद एवं जिला पंचायत क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जनप्रतिनिधियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
महापौर मधुसूदन यादव ने कहा कि अधोसंरचना का निर्माण जितना आवश्यक है, उससे अधिक सामाजिक सरोकार से जुड़ी योजनाओं पर कार्य करने की आवश्यकता है। इससे मातृत्व मृत्यु दर कम करना, बच्चों में कुपोषण दूर करना, पेयजल की समस्या से निदान, खाद्य सुरक्षा एवं अन्य योजनाओं पर भी ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए।
जिला पंचायत अध्यक्ष किरण वैष्णव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2024-25 में राजनांदगांव जिले के 87.76 मतदान हुआ है। इसमें से 13 जिला पंचायत सदस्य, 95 जनपद पंचायत सदस्य 408, सरपंच एवं 5645 पंच निर्वाचित हुए। जिसमें लगभग 80 प्रतिशत महिला प्रतिनिधि निर्वाचित हुए है। जिले में सभी के सहयोग से पंचायत निर्वाचन निर्विघ्न रूप से संपन्न हुआ। जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने आभार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर सचिन बघेल, किरण साहू, प्रतिमा चंद्राकर, संजय सिन्हा, रंजिता पडोती, लता सिन्हा, हीराराम वर्मा, मनीष साहू, प्रशांत ठाकुर, अनिता सिन्हा, किरण बारले, शीला टाकेश सिन्हा, अंगेश्वर देशमुख, देवकुमारी साहू, विमल साहू (विभा), जागृति चुन्नी साहू, महेन्द्र कुमार यादव, प्रशांत कोडापे, अनिता मंडवी, बिरम रामकुमार मंडावी, गोपाल सिंह भुआर्य, प्रदीप गांधी, विनोद खांडेकर, रामजी भारती, खूबचंद पारख, कोमल सिंह राजपूत, गीता साहू, विक्रात सिंह, दिनेश गांधी, रमेश पटेल, संतोष अग्रवाल, राजेन्द्र गोलछा, आयुष जैन सहित ग्राम पंचायतों के सरपंच व पंच, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।