राजनांदगांव
माता-पिता की डांट से नाराज साइकिल से पहुंचा था नांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 फरवरी। माता-पिता की डांट से नाराज होकर भिलाई से राजनंादगांव पहुंचे एक बालक को रेल्वे स्टेशन पर रोते-बिलखते देखकर आरपीएफ ने जांच-पड़ताल के बाद परिजनों को सौंपा। बालक साइकिल से राजनांदगांव पहुंचा था।
मिली जानकारी के अनुसार रेल्वे रिजर्वेशन आरक्षण केंद्र के पास निरीक्षक तरूणा साहू रेल सुरक्षा बल प्रभारी राजनांदगांव के साथ उप निरीक्षक के. प्रसाद, आरक्षक आरके दुबे, आरक्षक मनीष कुमार को 18 फरवरी की सुबह 5 बजे गश्त के दौरान एक 12 वर्षीय लडक़ा डरा-सहमा बैठकर रोते मिला।
नाम पूछने पर अपना नाम बताया और यह भी बताया कि वह अपने घर से माता-पिता की डांट से नाराज होकर घर से 17 फरवरी को भिलाई से साइकिल से राजनांदगांव में आकर रो रहा था, तब प्रेमपूर्वक समझाकर पूछने पर बताया कि उसे अपने माता-पिता के पास जाना है।
उक्त नाबालिग बालक की सूचना उप स्टेशन प्रबंधक राजनांदगांव को दी गई व मोबाइल के माध्यम से उनके परिजन को इसकी सूचना दी गई।
उनके द्वारा बताया गया कि उनका लडक़ा लगभग 9 बजे डांटने से घर से बिना किसी को कुछ बताए निकल गया था और आसपास के दोस्त, घर व मोहल्ले में पता कर रहे थे। तत्पश्चात उसके पापा और चाचा भिलाई से रेल सुरक्षा बल पोस्ट राजनांदगांव आए। बच्चे के पापा द्वारा बताया गया कि उक्त बच्चा नहीं मिलने पर भिलाई-3 में एफआईआर दर्ज किया गया है। इसकी सूचना भिलाई थाना को दी गई, आधार कार्ड वेरीफाई करने के पश्चात सही पाकर पोस्ट में उपस्थित गवाहों के समक्ष उक्त बच्चे को उसके पापा और चाचा को सही सलामत सुपुर्द किया। अपने बच्चे को पाकर बच्चे के परिजन खुश हुए और परिजनों ने आरपीएफ राजनांदगांव का आभार व्यक्त किया गया।


