राजनांदगांव

सायबर जागरूकता पर बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी। सीएमएचओ कार्यालय में सायबर जागरूकता के संबंध में निजी अस्पताल व नर्सिंग होम के डायरेक्टर व चिकित्सकों को आवश्यक टिप्स दिए। बैठक में अंजान लोगों द्वारा फोन के माध्यम से धोखाधड़ी करने व उससे बचने के उपाय के बारे में आवश्यक जानकारी दी।
मिली जानकारी के अनुसार 21 जनवरी को सीएमएचओ कार्यालय के मीटिंग हाल में राजनांदगांव जिले के निजी अस्पताल, नर्सिंग होम के डायरेक्टर एवं चिकित्सकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अधिकारियों को सायबर अपराध एवं उससे बचाव के लिए जागरूक किया गया। साथ ही सायबर धोखाधड़ी के प्रति सजग रहने की आवश्यकता पर आवश्यक जानकारी दी। जिसमें किसी भी अंजान काल पर भरोसा कर अपने खाते की डिटेल, ओटीपी, सीव्हीव्ही साझा न करें। सायबर अपराधी रिश्तेदार बनकर कॉल करते हैं और खाते में रकम ट्रांसफर करने का झांसा देकर रिक्वेस्ट मनी का लिंक भेजते हैं, जिस पर क्लिक करते ही खाते से रकम निकल जाती है। अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लीक न करें, अंजान वीडियो कॉल आने पर कॉल रिसीव न करें, अंजान नम्बर से एपीके फाईल व लिंक आने पर कतई क्लिक न करने कहा गया। किसी पुलिस अधिकारी द्वारा कॉल करके कहा जाता है कि आपका बच्चा ड्रग्स केश, रेप केश आदि में फंस गया है, यह कर डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी देता है तो बिलकुल घबराएं नहीं अपने बच्चे की तस्दीक कर लें और रुपए की मांग करने पर रकम न भेजे। अंजान व्यक्ति के कहने पर क्विक सपोर्ट, एनी डेस्क, टीम व्यूवर जैसे स्क्रीन शेयर एप्लीकेशन को इन्स्टाल न करें। किसी के साथ सायबर ठगी होने पर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं या स्वयं रिपोर्ट दर्ज कराएं या नजदीकी थाना में शिकायत दर्ज कराएं या सायबर सेल जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
इस अवसर पर सीएमएचओ राजनांदगांव डॉ. नेतराम नवरतन, डॉ. बीएल तुलावी, संदीप ताम्रकार, ऐश्वर्य साव एवं राजनांदगांव जिले के प्राईवेट अस्पताल एवं नर्सिंग होम के 50 से अधिक डायरेक्टर एवं डॉक्टर उपस्थित थे, जिन्हें सायबर सेल के सउनि द्वारिका प्रसाद लाउत्रे एवं सउनि समुन कर्ष द्वारा सायबर जागरूकता अभियान के तहत लेक्चर दिया गया।