राजनांदगांव

धान बीज की बिक्री पर 30 फीसदी अधिक लाभ दिलाने का लालच देकर लाखों की ठगी
26-Nov-2024 2:16 PM
धान बीज की बिक्री पर 30 फीसदी अधिक लाभ दिलाने का लालच देकर लाखों की ठगी

पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर को किया गिरफ्तार

 ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 26 नवंबर। लोगों को धान बीज बिक्री करने पर 30 प्रतिशत अधिक लाभ दिलाने का लालच देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले जेनेलिया एग्रीटेक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कार्रवाई की।

मिली जानकारी के अनुसार खैरागढ़ जिले के झींकादाह निवासी मनहरण साहू ने पुलिस में लिखित आवेदन प्रस्तुत करते कहा कि वह स्वयं खाद-बीज बिक्री का कार्य करता है, जो जेनिलिया एग्रीटेक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के बारे में कृष्णा प्रसाद मिश्रा के माध्यम से जानकारी हुआ था। जेनिलिया एग्रीटेक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक पवन गुप्ता खैरागढ़ आकर प्रार्थी एवं उसके भाई को अपने कंपनी के बारे में बताया कि उच्च क्वॉलिटी का धान बीज विक्रय करते हैं व इनके कंपनी के धान बीज विक्रय करने पर 30 प्रतिशत का लाभ प्राप्त होगा। आरोपी पवन गुप्ता और आरजू मलिक संयुक्त रूप से उक्त कंपनी का संचालन करते हैं, जो आवेदक से बीज बिक्री में लाभ कमाने का लालच देकर 5 लाख 25 हजार रुपए एडवांस मनी अपने कंपनी के खाता में अलग-अलग तिथियों को कुल 5 लाख 25 हजार रुपए जमा करवाकर आवेदक से धोखाधड़ी कर आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।

इसी प्रकार आरोपी द्वारा थाना फरसगांव जिला कोंडागांव के 15-17 लोगों से धान बीज बिक्री कर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर 28 लाख रुपए का धोखाधड़ी किया गया है, जिस पर थाना फरसगांव में आरोपी के विरूद्ध धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।

आरोपी द्वारा ग्राम मुसरा थाना डोंगरगढ़ व देवरी बंगला जिला बालोद के डिस्टीब्यूरों से भी धोखाधड़ी करने की जानकारी प्राप्त हुई है। आरोपी द्वारा लगातार जगह बदल-बदल कर आम लोगों से धान बीज बिक्री में अधिक लाभ कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी कर छल कपटपूर्वक आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार खैरागढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा के नेतृत्व में टीम बनाकर कोरिया भेजकर आरोपी पवन गुप्ता (34) महेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर को हिरासत में लेकर घटना के बारे में पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म करना स्वीकार किया। आरोपी के विरुद्ध अपराध साक्ष्य पाए जाने जाने पर 25 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।


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