राजनांदगांव

चार जिलों के 222 समितियों में खरीदी की तैयारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। दीपावली पर्व के बाद शीघ्र पकने वाली फसल की कटाई में तेजी आ गई है। किसान और मजदूर सुबह से ही खेतों की ओर रूख करने लगे हैं। अगले तीन दिन बाद यानी 14 नवंबर से राज्य सरकार समर्थन मूल्य पर किसानों की उपज खरीदेगी। लगभग चार माह तक सरकार किसानों से करोड़ों रुपए की धान खरीदी करेगी। एक ओर किसान समर्थन मूल्य पर फसल बेचने टोकने के लिए सोसायटी का चक्कर भी लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि समितियां धान खरीदी की तैयारी में जुट गए हैं। वहीं किसान भी फसल बेचने के लिए धान की कटाई करने में जुट गए हैं।
धान की कटाई करने मजदूरों की कमी के चलते किसान परिवार के साथ धान की कटाई में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि धान की कटाई के बाद किसान सोसायटी पहुंचकर धान बेचने की तिथि को लेकर टोकन के लिए पहुंचने लगे हैं। इसके बाद ही धान की समर्थन मूल्य पर बिक्री कर पाएंगे। इधर जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष सचिन बघेल ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि सरकार के निर्देशानुसार पूरी तैयारी के साथ खरीदी होगी। 14 नवंबर से धान खरीदी करने बैंक अमला अंतिम तैयारी कर रहा है।
लिंकिंग से होगी
कर्ज की कटौती
राज्य सरकार ने इस साल 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करने की अधिकृत घोषणा कर दी है। राजनांदगांव समेत 4 जिलों में कुल 222 समितियों में धान खरीदी की तैयारी पूरी हो गई है। सरकार ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय लिया है। इस साल धान खरीदी के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। बीते वर्ष धान बेचने के लिए एक लाख 28 हजार 69 किसानों ने अपना पंजीयन कराया था। वहीं मौजूदा साल के लिए एक हजार किसानों ने बीते वर्ष की तुलना में अधिक पंजीयन कराया है। आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ सकती है। इस बीच जिलेवार खरीदी के लिए राज्य सरकार ने लक्ष्य भी तय कर दिया है। अविभाजित राजनंादगांव जिले में इस बार 14358930 क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। सर्वाधिक राजनंादगांव जिले से 7737560 क्विंटल धान खरीदी होगी। जबकि मोहला-मानपुर में 2397870 और खैरागढ़ जिले में 4263500 क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया है। बताया जा रहा है कि धान खरीदी के लिए जिला सहकारी बैंक ने सोसायटियों को पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। इस बीच जिले में इस वर्ष एक लाख 73 हजार हेक्टेयर में धान की बोनी कराई गई है। शीघ्र ही पकने वाली धान की सर्वाधिक बोनी होने से समितियों में महामाया से लेकर स्वर्णा, मासूरी, आईआर-64 सहित अन्य धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी। जिसकी तैयारियां की जा रही है। धान खरीदी के लिए उपसमितियां भी बनाई जा रही है।