राजनांदगांव

राजनांदगांव, 20 अक्टूबर। युवा संगीत एवं तबला छात्र शरद मेश्राम ने राष्ट्रीय स्तर की यूजीसी नेट, जेआरएफ 2024 की परीक्षा संगीत में अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण कर संस्कारधानी राजनांदगांव का मान बढ़ाया है।
आदिवासी पिछड़ा वर्ग मानपुर-मोहला-चौकी जिले के बिहरीकला गांव से जन्म हुआ, प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। अपने माता-पिता से संगीत के प्रति संस्कार बाल्य काल से ही मिलने लगा। अपनी माता रेखा मेश्राम का अर्पण और पिता हर्ष कुमार मेश्राम का संगीत रूपी समर्पण बाल्यकाल से ही शरद मेश्राम में अंकुरित होने लगा। पिता हर्षकुमार मेश्राम स्वास्थ्य विभाग में आरएमए के पद पर कार्य करते अपनी सांगीतहक यात्रा सांस्कृतिक संस्था ‘अनुराग धारा’ में विगत 35 वर्षों से समर्पित रूप से देते हुए छत्तीसगढ़ी पारंपरिक संगीत के संरक्षण संवर्धन के लिए कार्य करते अपने पुत्र को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के बनारस घराने के सहायक प्राध्यापक डॉ. हरिओम हरि और फर्रूखाबाद घराने के सुप्रसिद्ध गुरू एवं तबला वादक रामनाथ सिंह ठाकुर के सानिध्य में बीए एवं एमए तबला में उत्तीर्ण की। उक्त जानकारी चक्रधर कत्थक कल्याण केंद्र के तुषार सिन्हा ने दी।