राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अक्टूबर। अग्र बायोडाटा सेंटर रायपुर एवं श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के तत्वावधान में आयोजित तोतले बच्चों के उपचार के 35वें शिविर का शुभारंभ 17 अक्टूबर को श्री सत्यनारायण धर्मशाला में किया गया। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में उसकी आवाज का विशेष महत्व होता है। सुस्पष्ट आवाज उसके व्यक्तित्व की पहचान हुआ करती है। मंदिर समिति द्वारा आयोजित ऐसे बच्चों के उपचार का शिविर वास्तव में अभिनंदनीय है, जहां किसी भी प्रकार का कोई शुल्क ना लेते मात्र स्पीच थेरेपी के माध्यम से तोतले बच्चों का उपचार किया जा रहा है। शासन के द्वारा भी 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के विभिन्न रोगों के उपचार के लिए चिरायु योजना के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित है, इसका लाभ भी अभिभावक ले सकते हैं।
श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के अध्यक्ष अशोक लोहिया ने स्वागत उद्बोधन देते जानकारी दी कि वर्ष 2022 में भी ऐसे बच्चों का उपचार शिविर मंदिर समिति द्वारा आयोजित किया गया था। जिसमें 40 बच्चों ने भाग लिया था। जिसमें 34 बच्चों को 100 प्रतिशत सफलता प्राप्त हुई थी। यह शिविर समाजसेवी सुशील अग्रवाल की प्रेरणा से आयोजित किया गया है। समारोह की अध्यक्षता करते सुशील अग्रवाल ने कहा कि सत्यनारायण मित्तल की नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा ईश्वरीय कार्य है, जहां बिना कोई शुल्क या दवा के उपचार किया जाता है। मंच संचालन लक्ष्मण लोहिया ने किया।