राजनांदगांव
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छग-महाराष्ट्र-मप्र की त्रिकोणीय सीमा पर कड़ी सुरक्षा के साथ सडक़ों का होगा निर्माण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अक्टूबर। मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना के राजनांदगांव रेंज की सीमा पर स्थित मोरकुड्डो कैम्प में दौरे के अगले दिन आईजी दीपक झा ने भी इस त्रिकोणीय सीमा का दौरा किया। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित कटेमा से सटे मोरकुड्डों में तीनों राज्यों का एक संयुक्त सुरक्षा कैम्प स्थित है। राजनांदगांव आईजी झा ने खैरागढ़ एसपी त्रिलोक बंसल के साथ बुधवार को पूरे इलाके का सघन दौरा किया। मोरकुड्डो कैम्प में पहुंचकर आईजी झा ने तीनों राज्यों के जवानों से प्रत्यक्ष मुलाकात की। नक्सलियों के खिलाफ अभियान को लेकर जरूरी सुझाव दिए। इससे पहले आईजी ने बेहद जर्जर मार्ग गाड़ाघाट से लछनाटोला की स्थिति का जायजा लिया।
बताया जा रहा है कि यह रास्ता बेहद खराब है। बरसात के दौरान इस रास्ते से खैरागढ़ और गातापार का सफर तय करना काफी तकलीफदेह रहता है। सूत्रों का कहना है कि आईजी और एसपी के दौरे को काफी गोपनीय रखा गया था। नक्सली इलाका होने के कारण इस रास्ते का मुआयना करने के बाद दोनों अफसर मोरकुड्डो कैम्प पहुंचे। आईजी ने कैम्प में जवानों के साथ लंबा समय व्यतीत किया। नक्सलियों को जवाब देने के लिए आईजी ने कई तरह के विषयों पर अपनी बात रखी। आईजी झा ने महुआढ़ार बेस कैम्प का भी मुआयना किया। नक्सलियों के मूव्हमेंट से जुड़ी कई जानकारियां साझा की। जवानों को आईजी ने रात में कैम्प से बाहर नहीं निकलने की नसीहत दी।
बताया जा रहा है कि आईजी के रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही दुर्गम रास्तों को दुरूस्त किया जाएगा। कड़ी सुरक्षा के साथ जल्द ही पूरे क्षेत्र में सडक़ों का निर्माण होगा। खैरागढ़ एसपी ने भी कई विषयों पर जवानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। सूत्रों का कहना है कि कटेमा से मोरकुड्डो कैम्प तक एक सडक़ निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। वहीं गाढ़ाघाट-महुआढ़ार तक सडक़ निर्माण के लिए राशि स्वीकृत कराने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले दिनों में खराब सडक़ से परेशान ग्रामीणों को निर्माण के बाद सहूलियत मिलेगी।