राजनांदगांव
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मंदिरों और पूजा पंडालों में तैयारी अंतिम चरणों पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 अक्टूबर। शारदीय नवरात्रि पर्व 3 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। जिससे पूरे नौ दिन जसगीतों के बीच भक्तिमय माहौल बना रहेगा। ऐसे में क्वांर नवरात्र पर्व पर मंदिरों और पंडालों में आस्था की जोत जलेगी। जिससे शहर समेत प्रदेशभर में भक्तिमय माहौल बना रहेगा। नवरात्र पर्व 11 अक्टूबर तक रहेगा। वहीं 12 अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। इधर मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। वहीं पूजा पंडाल समितियां प्रतिमा स्थापना और जोत-जंवारा की तैयारी को लेकर अंतिम तैयारी कर रहे हैं।
इधर मूर्तिकारों के पास पंडाल समितियों के पदाधिकारी पहुंचकर प्रतिमा को अंतिम रूप देने और प्रतिमा ले जाने की तैयारी में हैं। साथ ही मंदिरों में कल ज्योति कलश की स्थापना को लेकर तैयारी कर रहे हैं। कल 3 अक्टूबर से नवरात्र पर्व को लेकर देवी मंदिरों और प्रतिमा पंडालों में आस्था की लौ जलेगी। इस साल विशेष पूजा के लिए भी मंदिरों में व्यवस्था की गई है। प्रथम दिवस, पंचमी और अष्टमी में मंदिरों में विशेष पूजा के लिए बुकिंग भी की गई है। मां बम्लेश्वरी के अलावा जिलेभर के बड़े देवी मंदिरों में क्वांर नवरात्रि को लेकर तैयारी पूर्ण हो गई है। करेला स्थित भवानी मंदिर, सिंघोला की मां भानेश्वरी मंदिर और स्थानीय शीतला मंदिर में भी जोत कलश की स्थापना की जाएगी। अन्य मंदिरों में भी तैयारी करते समितियों द्वारा भक्तों की मांग पर धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाएंगे। नौ दिनी पर्व होने के कारण मां दुर्गा की विशेष आराधना की जाएगी। सुबह-शाम विशेष आरती में शामिल होने के लिए लोग पहुंचेंगे। इस तैयारी के साथ मंदिरों में खास बंदोबस्त किया जा रहा है। इधर मां बम्लेश्वरी के पदयात्रियों के लिए विशेष मार्ग तैयार किया गया है। नवरात्रि पर्व के चलते जिलेभर में इस बार भक्तों द्वारा विशेष सेवा की जाएगी। मंदिर समितियों और सामाजिक संस्थाओं की साझा कोशिश में सभी पदयात्रियों का विशेष ध्यान रखना शामिल है।
सडक़ों और मंदिरों में होगी कृत्रिम रौशनी
नवरात्र पर्व को लेकर पूजा पंडाल समितियों के पदाधिकारी प्रतिमा स्थापना के पूर्व पंडालों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। शहर के अलग-अलग इलाकों में मां दुर्गा की प्रतिमा विराजित करने की तैयारी के साथ ही पंडालों की साज-सजावट शुरू हो गई है। वहीं पंडालों और सडक़ों में आकर्षक लाईटिंग का कार्य भी जारी है। इसके साथ ही देवी मंदिर मां बम्लेश्वरी, करेला स्थित भवानी मंदिर, सिंघोला स्थित मां भानेश्वरी मंदिर समेत मां पाताल भैरवी मंदिर, पुराना बस स्टैंड स्थित काली माई मंदिर, मां शीतला मंदिर, दिग्विजय कॉलेज स्थित दुर्गा मंदिर समेत शहर समेत जिलेभर के अलग-अलग मंदिरों में नवरात्र पर्व को लेकर साफ-सफाई, साज-सजावट, रंग-रोगन का कार्य जारी है। रविवार से जिले समेत शहर के मां बम्लेश्वरी मंदिर, मां पाताल भैरवी मंदिर, पुराना बस स्टैंड स्थित मां काली माई मंदिर, ब्राह्मणपारा स्थित मां काली माई मंदिर, दिग्विजय कॉलेज स्थित मां दुर्गा मंदिर समेत अन्य मंदिरों में आकर्षक विद्युत लाईटों से जगमगाएंगे।
ज्योति कलश की तैयारी
मंदिरों और पूजा पंडालों में नवरात्र पर्व शुरू होने के साथ ही आस्था की जोत जलेंगे, जो नवरात्र पर्व में जलेंगे। जसगीतों के बीच सुबह और शाम मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का दौर शुरू होगा। इससे शहर समेत जिलेभर के देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ भी उमड़ेगी। ऐसे में श्रद्धालु परिजनों के साथ माता के दरबार में माथा टेककर परिवार की खुशहाली की कामना करेंगे।
मूर्तिकार प्रतिमा को अंतिम रूप देने में व्यस्त
नवरात्र पर्व शुरू होने के पूर्व देवी प्रतिमा तैयार करने वाले मूर्तिकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। इधर पंडाल समितियों के पदाधिकारी मूर्तिकारों के पास पहुंचकर प्रतिमा की तैयारी को लेकर पहुंचने लगे हैं। इसके साथ ही मूर्तिकार भी आर्डर की मूर्तियों को तैयार करने में व्यस्त हैं। वहीं पंडाल समिति के पदाधिकारी प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही अन्य व्यवस्था को लेकर तैयारी में लगे हैं।
शुरू होंगे शुभ कार्य
पितृपक्ष की समाप्ति और नवरात्र पर्व प्रारंभ होने के साथ ही शुभ कार्य करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। नवरात्र पर्व प्रारंभ होते शुभ कार्यों का आयोजन भी शुरू हो जाएगा।
इधर पितृपक्ष के चलते शुभ कार्य वर्तमान में नहीं हो रहे थे। ऐसे में पितृपक्ष के समाप्त होने के दूसरे दिन कल 3 अक्टूबर को माताजी की भक्ति का दौर शुरू हो जाएगा। पर्व को लेकर लोगों व समितियों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। वहीं पंडालों व मंदिर समितियों के सदस्यों द्वारा पर्व की तैयारियों को लेकर पखवाड़ेभर से तैयारियां प्रारंभ की गई थी, जो अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।