राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 सितंबर। प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति द्वारा संस्थापक अध्यक्ष स्व. सुशील यदु के सुरता व साहित्य समिति स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया। रायपुर के वृंदावन होटल में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के जिला अध्यक्ष आत्माराम कोशा व सचिव लखन लाल साहू के नेतृत्व में जिलेभर के कवि व साहित्यकारों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व सांसद बृजमोहन अग्रवाल शामिल थे।
विशेष अतिथि के रूप में अभिलाषा बेहार, डॉ. विनय पाठक, डॉ. परेदशीराम वर्मा, डॉ. बलदेवराम साहू शामिल थे।
उक्त जानकारी देते साहित्य समिति के कथाकार मानसिंह मौलिक ने बताया कि मुख्य अतिथि बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि साहित्य एक शक्तिशाली माध्यम है, जो छत्तीसगढ़ के गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति, और परंपराओं को सजीव रूप में यह प्रस्तुत करने का कार्य करता है। इस अवसर पर सुरता सुशील यदु के रूप में स्मारिका का विमोचन हुआ। साथ ही डॉ. राजेश कुमार मानस की दो पुस्तक अंतस के पीरा और जिंदगी के रंग, साहित्यकार शकुंतला तरार की सात लर के करधन सहित दर्जनभर से ज्यादा पुस्तकों का विमोचन मुख्य अतिथि के हाथों किया गया। अंतिम सत्र में कवि सम्मेलन शुरू होने के पूर्व सीताराम ने बूझो-बूझो गोरखनाथ का गान प्रस्तुत किया।