राजनांदगांव
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छापामारी से 3 दिन पहले मिला लाईसेंस, कलेक्टर ने कहा हर तथ्यों की जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 सितंबर। डोंगरगढ़ के राका स्थित पोल्ट्री फार्म में इलायची दाना की फैक्ट्री की जांच करने पहुंची खाद्य विभाग पर उंगलियां उठ रही है। वजह यह है कि महीनों से डोंगरगढ़ शहर के नजदीक पोल्ट्री फार्म परिसर में धार्मिक कार्यों में उपयोग की जाने वाली इलायची दाना बिना बैच नंबर के पैकिंग की जा रही थी।
दिलचस्प बात यह है कि खाद्य विभाग की ओर से 23 सितंबर को फैक्ट्री चलाने की अनुमति के लिए लाईसेंस जारी किया गया और तीन दिन बाद 26 सितंबर को विभाग की एक टीम ने पोल्ट्री फार्म परिसर में चल रहे उक्त फैक्ट्री में दबिश दी।
मिली जानकारी के मुताबिक राका स्थित पोल्ट्री फार्म परिसर में एवन ट्र्रेडर्स द्वारा ‘श्री प्रसाद’ नामक बड़ी मात्रा में इलायची दाना बनाने और पैकिंग का काम किया जा रहा था।
फैक्ट्री मालिक मजहर खान खुले बाजार में इलायची दाना का व्यापार संचालित कर रहा था। पैकिंग कर फुटकर व्यापारियों और किराना दुकानदारों तक इसकी सप्लाई की जा रही थी।
बताया जा रहा है कि लंबे समय से पोल्ट्री फार्म परिसर में इलायची दाना बनाने और पैकिंग का कारोबार किया जा रहा था। ऐसे में फूड सेफ्टी विभाग को बिना लाईसेंस के चल रहे इस फैक्ट्री के संचालन की भनक नहीं लगी। बताया जा रहा है कि 23 सितंबर को विभाग ने फैक्ट्री चलाने की अनुमति देते लाईसेंस जारी किया और 3 दिन बाद 26 सितंबर को अफसरों ने वहां छापामार कार्रवाई के लिए दबिश दी।
आशंका जताई जा रही है कि उक्त फैक्ट्री में तैयार इलायची दाना की डोंगरगढ़ शहर और मंदिर परिसर के इर्द-गिर्द दुकानों में भी सप्लाई की जा रही थी।
खाद्य विभाग की कार्रवाई के बाद उनकी लापरवाही को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस तरह से संचालक को छापा मारने से तीन पहले लाईसेंस जारी किया गया, इससे स्पष्ट है कि महीनों से यह फैक्ट्री अनाधिकृत तौर पर चल रही थी। कार्रवाई के बाद विभाग ने फैक्ट्री में निर्मित इलायची दाना का सैंपल जांच के लिए रायपुर भेज दिया। वहीं क्वालिटी और पैकिंग को लेकर भी विभाग जांच में जुट गया है।
इस संबंध में राजनंादगांव कलेक्टर संजय अग्रवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि फैक्ट्री में बने इलायची दाना को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एक सवाल के जवाब में कलेक्टर ने फूड सेफ्टी विभाग के अफसरों की लापरवाही को लेकर कहा कि जांच में सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है, उस आधार पर कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबर सामने आने के बाद स्थानीय मंदिरों के प्रसादों की भी जांच को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। यही कारण है कि डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर के प्रसाद को जांच के बाद वितरित किया जाएगा।
राका स्थित पोल्ट्री फार्म परिसर में तैयार किए गए इलायची दाना की भारी मात्रा में खपत की आशंका के चलते प्रशासन ने कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। विभाग द्वारा मारे गए छापामारी में 500 किलो से अधिक इलायची दाना के पैकेट जब्त किए गए हैं। प्रशासन सभी तरह की स्थिति पर नजर रखे हुए है।