राजनांदगांव

कलेक्टर ने बच्चों के साथ खेला कैरम-क्रिकेट
30-May-2024 4:18 PM
कलेक्टर ने बच्चों के साथ खेला कैरम-क्रिकेट

समर कैम्प से बच्चों में छिपी प्रतिभा आ रही सामने

भानपुरी और रीवागहन में समर कैम्प का अवलोकन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 30 मई। जिले के शासकीय स्कूलों में समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ग्राम रीवागहन के समर कैम्प में बच्चों को कैरम खेलते देखकर बच्चों के साथ कैरम खेलने बैठ गए। साथ में जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह और जिला शिक्षा अधिकारी ने भी कैरम खेला। इसके बाद उन्होंने रस्सी कूद कर दिखाया और बच्चों के साथ क्रिकेट एवं बैडमिंटन भी खेला।

ग्राम भानपुरी समर कैम्प में जुम्बा डांस और करमा नृत्य में सभी ने बच्चों के साथ डांस किया। कलेक्टर अग्रवाल के साथ बच्चों ने अपने विचार साझा किए और समर कैम्प के माध्यम से प्राप्त विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों द्वारा समर कैम्प में सिखाई गई रचनात्मक गतिविधियों एवं प्रतिभाओं को प्रदर्शित स्टॉल का भी अवलोकन किया। कलेक्टर  को बच्चों ने बताया कि समर कैम्प में जुम्बा डांस, योगा, प्राणायाम, प्रेरणादायी फिल्म, मेंहदी, गीत, कविता, बेल शरबत बनाना सीखा, चित्रकारी, पेंटिंग, खेल-कूद, कागज से गुलदस्ता, ग्रीन सलाद के डेकोरेशन जैसी विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों को समर कैम्प में सिखाया गया है।

बच्चों ने बताया कि सबसे ज्यादा जुम्बा डांस अच्छा लगा। जिससे सभी शारीरिक गतिविधियां हो जाती है। कलेक्टर अग्रवाल ने ग्राम भानपुरी और रीवागहन में संचालित समर कैम्प का अवलोकन किया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुरूचि सिंह उपस्थित थी।

कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि प्रतिदिन 30 से 40 मिनट शारीरिक एक्टीविटी जरूर करना चाहिए। जिससे शरीर स्वस्थ रहता है एवं पढ़ाई में अच्छे से मन लगेगा और पढ़ाई अच्छी होगी। उन्होंने कहा शारीरिक गतिविधि से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है, इसलिए हमें प्रतिदिन कुछ न कुछ शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। जिससे हमारा शरीर हल्का लगता है। उन्होंने कहा कि समर कैम्प के माध्यम से बच्चों में जो प्रतिभा छिपी हुई होती है उसे सामने ला सकते है। ऐसी गतिविधियों से बच्चों के संकोच को दूर किया जा सकता है और बच्चे अपने प्रतिभा को और बेहतर तरीके से सामने ला सकते हैं।

जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने कहा कि समर कैम्प बहुत अच्छा आयोजन है। ये पहले निजी विद्यालयों में कई वर्षों से होते आ रहा है। लेकिन अभी शासकीय स्कूलों में शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि समर कैम्प से दोस्त बढ़ते हैं और अलग-अलग गतिविधियां सीखने मिलती हैं। उन्होंने कहा स्कूलों में बैग लेस डे एक महत्वपूर्ण दिन है। जिसमें पढ़ाई के अलावा बहुत सारी रचनात्मक गतिविधियां सीखने को मिलती है।

उन्होंने बच्चों से कहा कि बाधाओं को नहीं सोचना है सबसे ज्यादा मेहनत करना है। अभी आपके पास बहुत अच्छे अवसर हैं। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल, जिला शिक्षा मिशन समन्वयक सतीश ब्यौहारे, एपीसी आदर्श वासनिक, एमआर अंसारी, पीआर झाड़े, प्राचार्य सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक एवं बच्चे उपस्थित थे।


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