राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 मई। डोंगरगांव के जामसरार में 4 दिन पहले सिंचाई मोटर पंप में हुए ब्लास्ट की घटना को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस वारदात में फार्म हाउस के एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले को लेकर साजिश की आशंका जाहिर की थी। फार्म हाउस मालिक से चुनावी हार का बदला लेने और पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही एक इलेक्ट्रिशियन को पुलिस ने साजिशकर्ता के तौर पर आरोपी बनाया है।
बुधवार को घटना के संबंध में एएसपी मुकेश ठाकुर ने पत्रकारवार्ता में खुलासा करते बताया कि 28 अप्रैल को जामसरार स्थित डोंगरगांव के संतोष वैष्णव के फार्म हाउस में सुबह बोर पंप में जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट में फार्म हाउस में काम करने वाले नरेश ओटी की मौत हो गई। पुलिस ने मौके का मुआयना कर मामले को साजिश करार दिया। पुलिस ने जांच करते गांव के कुमान कंवर तक पहुंची। जिसके संबंध में पुलिस को आपराधिक प्रवृत्ति होने की जानकारी मिली। इस आधार पर पुलिस ने पुख्ता तथ्यों के आधार पर कुमान कंवर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पुलिस के सामने वारदात के पीछे की वजह का इलेक्ट्रिशियन ने सिलसिलेवार खुलासा किया।
पुलिस को कुमान कंवर ने बताया कि 2015 में फार्म हाउस मालिक संतोष वैष्णव की माता मनोरमा वैष्णव नगर पंचायत के चुनाव खड़ी थी। वहीं आरोपी की पत्नी जमुनाबाई जामसरार से पंचायत चुनाव लड़ी थी। इस चुनाव में वैष्णव परिवार आरोपी के परिवार के मध्य काफी विवाद हुआ था। पूर्व में आरोपी के पूर्वजों के द्वारा पैतृक जमीन को वैष्णव परिवार को बेचा गया था, जिसका प्रकरण में न्यायालय में विचाराधीन है। आरोपी और भी कई मामले में वैष्णव परिवार से लड़ता-झगड़ता था। बिजली इलेक्ट्रिशियन के काम को भली-भांति जानने के कारण आरोपी ने विस्फोट करने की नियत से घटना की रात को 2.30 बजे वैष्णव परिवार के फार्म हाउस में जाकर स्वयं गड्ढा खोदकर प्लास्टिक डिब्बे में रखे विस्फोटक को गाड़ दिया।
उक्त बम के कनेक्शन को स्टार्टर से जोड़ दिया और जैसे ही मजदूर नरेश ओटी ने रोज की तरह पंप स्टार्ट किया, तो सीधे जोरदार विस्फोट हुआ। आरोपी ने अपने शातिर दिमाग से एक बम बनाया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी को धरदबोचा। आरोपी को न्यायालय में पेश करने की तैयारी है।