राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल के खिलाफ पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुरेन्द्र वैष्णव बड़ी लड़ाई लडऩे के मूड में है। लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस प्रत्याशी को बदलने की मांग भी कर रहे हैं।
चर्चा है कि पीसीसी को एक आवेदन देकर वैष्णव ने बघेल की जगह स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग रखी है। बघेल के खिलाफ वैष्णव के तेवर अब भी सख्त है। एक तरह से यह लड़ाई व्यक्तिगत बन गया है।
कांग्रेस ने पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष को तीन दिन के भीतर पिछले दिनों बघेल की मौजूदगी में दिए गए पार्टी विरोधी वक्तव्य को लेकर जवाब मांगा है। वैष्णव पार्टी के नोटिस को लेकर जवाब देने की तैयारी में भी है। इस बीच कांग्रेस में वैष्णव को अंदरूनी तौर पर समर्थन मिल रहा है। हालांकि कोई भी खुलकर सामने नहीं आ रहा है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बघेल की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर वैष्णव ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है।
बताया जा रहा है कि बघेल के प्रचार के दौरान वैष्णव प्रत्याशी बदलने की मांग को तेजी से हवा दे रहे हैं। राजनीतिक रूप से बघेल और कांग्रेस के लिए यह मामला नुकसानदेही साबित हो सकता है। भाजपा बघेल के खिलाफ चल रही विपरीत हवा को देखकर उत्साहित है। शुरूआती चुनाव प्रचार में बघेल को भाजपा से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय स्तर पर सुरेन्द्र वैष्णव ने आवाज बुलंद कर बघेल के लिए अड़चनें खड़ी कर दी है। वहीं प्रदेश की सियासत में संगठन के कोष में हुए घोटाले से भी कांग्रेस के प्रमुख नेता होने के नाते बघेल को सवालों का जवाब देना पड़ रहा है।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में वैष्णव आरपार की लड़ाई लडऩे की पूरी तैयारी में है। उनका दावा है कि पार्टी के कई नेता उनसे संपर्क में है। वक्त आने पर सभी एक मंच में नजर आएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते वैष्णव ने कहा कि चुनाव प्रचार में वह खुलकर इस मुद्दे को लेकर आवाज उठाएंगे।
वैष्णव ने बघेल के उस बयान को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। जिसमें पूर्व सीएम ने वैष्णव को पहचानने से इंकार कर दिया। सुरेन्द्र वैष्णव ने कहा कि पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं को नहीं पहचाना, यही लड़ाई की असल वजह है।