राजनांदगांव

खराब मौसम से करोड़ों के धान पर मंडराया खतरा
12-Feb-2024 2:00 PM
खराब मौसम से करोड़ों के धान पर मंडराया खतरा

खैरागढ़ में झमाझम बारिश से भीगा धान, उठाव में देरी से नुकसान का अंदेशा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
राजनांदगांव, 12 फरवरी।
जिले में करोड़ों रुपए के धान पर खराब मौसम से नुकसान का खतरा मंडरा रहा है। बीती रात को खैरागढ़ इलाके में झमाझम बारिश हुई। आधी रात के बाद तेज गर्जना के साथ मूसलाधार बारिश हुई। मौसम के करवट बदलने से सोसाइटियों में रखे धान भीग गए। इससे धान की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पडऩा तय है, वहीं आंशिक रूप से सरकार को हानि होने की आशंका है। 

सोसाइटियों में तय समय पर धान का उठाव नहीं होने के कारण ऐसी नौबत आन पड़ी है। मार्कफेड की लापरवाही का खामियाजा सरकार को उठाना पड़ रहा है। मौसम विभाग की ओर से बारिश होने की आशंका जताई गई है। सोसाइटियों में बारिश से बचाव के लिए धान की छलनियों को प्लास्टिक के कवर से नहीं ढंका गया है, जबकि आए दिन मौसम में उलटफेर हो रहा है। 

खैरागढ़ क्षेत्र के पांडादाह, गातापार, जालाबांधा इलाके में उठाव की स्थिति कमजोर है।  बताया जा रहा है कि परिवहन व्यवस्था को लेकर मार्कफेड ने पुख्ता इंतजाम नहीं किए। सोसाइटियों में धान खुले आसमान में रखा गया है।

इस साल अविभाजित राजनांदगांव के तीनों जिलों में रिकार्डतोड़ धान की खरीदी हुई है। उपज को खराब मौसम से बचाने के लिए किए गए बंदोबस्त विफल साबित हुआ है। अचानक बारिश होने के कारण धान की छलनियां पानी में भीग गई है। सोसाइटियों में बदइंतजामी के खामियाजा के तौर पर सरकार को आर्थिक हानि भी उठानी पड़ेगी।

बताया जाता है कि मार्कफेड की लापरवाही के कारण इस साल परिवहन व्यवस्था बेहद धीमी रही। बड़े सोसाइटियों के अलावा छोटे सोसाइटियों में भी धान अब भी खुले आसमान में रखे हुए हैं। मार्कफेड के जरिये होने वाले उठाव में हो रही देरी से सोसाइटी प्रबंधक भी त्रस्त हैं। बताया जा रहा है कि सोसाइटी प्रबंधक ने प्रशासन से मार्कफेड की शिकायत की है।  
 

 


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