राजनांदगांव

महाराष्ट्र में सपड़ाए आरोपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 फरवरी। बागनदी थाना के सामने आरक्षक शिवचरण मंडावी को रौंदने वाले मवेशी तस्करों को पुलिस ने लंबी पतासाजी के बाद महाराष्ट्र के अलग-अलग ठिकानों से ढूंढ निकाला है। खबर है कि पुलिस ने मवेशी तस्करों के एक बड़े माफिया को भी हिरासत में लिया है। इस तरह इस वारदात से भडक़ी पुलिस ने 4 से 5 तस्करों को धरदबोचा है।
बागनदी थाना के सामने गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात को जांच में तैनात आरक्षक को मवेशी से लदे मालवाहक ने कुचल दिया। इस घटनाक्रम से गौतस्करों के दबंगाई सामने आई। वहीं पुलिस महकमे में खलबली मच गई। यह मामला अब राज्य में चर्चा का विषय बन गया है। आरोपियों को घेरने के लिए पुलिस ने महाराष्ट्र के शहरों में धावा बोला। घटना के बाद दिनभर पुलिस आरोपियों को बारी-बारी हिरासत में लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईजी दीपक झा और एसपी मोहित गर्ग ने अलग-अलग टीमों को महाराष्ट्र के लाखनी, कामठी और नागपुर क्षेत्र में आरोपियों को ढूंढने के लिए रवाना किया। डोंगरगढ़ एसडीओपी आशीष कुंजाम के अलावा प्रशिक्षु डीएसपी विवेक एक्का ने सीसीटीवी फुटेज में मिले वाहन नंबर के आधार पर पतासाजी की। पुलिस को आरोपियों के ठिकानों की जानकारी मिली। इस आधार पर सबसे पहले वाहन मालिक को पुलिस ने हिरासत में लिया। उसके बाद मालवाहक चालक के अलावा तस्करी से जुड़े लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
सूत्रों का कहना है कि मवेशियों को डोंगरगढ़ क्षेत्र के घोठिया के जामड़ी क्षेत्र से मालवाहक में भरा गया था। पुलिस इस मामले में सभी के विरूद्ध अपराध दर्ज करने की तैयारी में है। नेशनल हाईवे में एक आरक्षक को कुचलने की घटना से पुलिस का पूरा तंत्र हिल गया। सीसीटीवी में साफतौर पर घटना की पूरी तस्वीर कैद हो गई है। इस बीच बागनदी थाना में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस घटना का जवाब देने के लिए बड़े तस्करों को पकडऩे की दिशा में भी काम कर रही है।
उधर पुलिस की ओर से आरोपियों को मीडिया के सामने लाने की तैयारी है। बताया गया है कि आरोपी लंबे समय से मवेशी तस्करी में लिप्त हैं। राजनांदगांव के अलावा रायपुर क्षेत्र के सिमगा में भी पुलिस तस्करों को दबोचने के लिए अभियान चला सकती है।
सूत्रों का कहना है कि इस घटना से बौखलाई पुलिस तस्करों को सबक सिखाने के लिए कड़ा कदम उठाने जा रही है। नेशनल हाईवे में जिस तरह से तस्करों ने बेखौफ अंदाज में जवान को कूचला, उससे पुलिस की धमक को कमजोर माना जा रहा है।
इस संबंध में आईजी दीपक झा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सिपाही को दी अंतिम विदाई
गौतस्करों के वाहन के नीचे जान गंवाने वाले आरक्षक शिवचरण मंडावी की शुक्रवार दोपहर बाद अंत्येष्टि हो गई। जवान को आखिरी विदाई देने के लिए एसपी मोहित गर्ग भी मौजूद थे। बागनदी थाना में पदस्थ मंडावी को तस्करों ने जांच के दौरान रौंद दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। शिवचरण मूलत: खैरागढ़ जिले के नक्सल क्षेत्र गातापार थाना के करेलागढ़ का रहने वाला था। उसके पिता शंकर मंडावी नक्सली थे।
पिता के सरेंडर करने के बाद शिवचरण को भी सहायक आरक्षक के पद पर पुलिस में नौकरी मिली। हाल ही में वह प्रमोशन लेकर आरक्षक बना था। वर्तमान में वह डिलापहरी में निवासरत था।
मिली जानकारी के मुताबिक आरक्षक शिवचरण का छह साल की बेटी और चार साल का बेटा है। उसकी मौत की खबर से परिवार जहां सदमे में है। वहीं पुलिस महकमा भी शोक में डूब गया है। बताया जा रहा है कि शिवचरण के पिता शंकर लकवाग्रस्त हैं। ऐसे में पारिवारिक जिम्मा का भार शिवचरण के कंधों पर था। कल पारिवारिक सदस्यों की मौजूदगी में शिवचरण को अंतिम विदाई दी गई।